सरकार बताए तीन साल में कितने बेरोजगारों को नौकरी दी गयी

How many unemployed were given jobs

How many unemployed were given jobs

देहरादून/भराड़ीसैंण। How many unemployed were given jobs बजट सत्र के दूसरे दिन बुधवार को विपक्ष द्वारा बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए सदन में जमकर हंगामा किया गया।

नेता विपक्ष द्वारा आज सरकार से पूछा गया कि तीन साल में सरकार द्वारा कितने बेरोजगारों को नौकरी दी गयी है। वहीं कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने पूछा कि रूड़की और भगवानपुर में सरकार द्वारा बेरोजगारों के लिए कितने भर्ती कैम्प लगवाये गये।

कांग्रेस ने सवाल उठाया कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा ने राज्य के बेरोजगारों के लिए क्या किया है। उनका कहना था कि जो भी भर्तियां होती है वह भ्रष्टाचार और घोटालों की भेंट चढ़ जाती है।

बेरोजगारी के मुद्दे पर नियम 310 के अंर्तगत चर्चा कराने की मांग करते हुए कांग्रेस के विधायकों ने आज सदन में जमकर हंगामा किया। ममता राकेश के सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने स्वीकार किया कि भगवानपुर क्षेत्र में कोई भर्ती कैम्प नहीं लगाया गया है।

फारेस्ट गार्ड भर्ती में हुए घोटाले को जोर शोर से उठाया गया

कांग्रेस द्वारा आज सदन में सरकार से पूछा गया कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत कितने बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिला जिसका कोई सही जवाब सरकार की ओर से नहीं दिया गया और सवाल को जानकारी हासिल कर बताने की बात कही गयी।

वहीं कांग्रेस ने आज फारेस्ट गार्ड भर्ती में हुए घोटाले को भी जोर शोर से उठाया गया। कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश ने कहा कि धरातल पर कहीं कुछ नहीं हो रहा है सिर्फ कागजों में ही विकास हो रहा है। बेरोजगार आंदोलन कर रहे है और पुलिस उन पर लाठियां बरसा रही है।

कांग्रेस विधायकों ने आज सदन में राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार पर भी सरकार की घेराबंदी की। उनका कहना है कि राज्य सरकार को कहीं भी भ्रष्टाचार नजर नहीं आ रहा है और वह लोकायुक्त गठन के वायदे से मुकर रही है।

विपक्षी विधायकों ने वेल में आकर जमकर हंगामा किया

भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्षी विधायकों ने वेल में आकर जमकर हंगामा किया और कहा कि सरकार भ्रष्टाचार रोकने और रोजगार देने में पूरी तरह विफल साबित हुई है।

सरकार द्वारा आज सदन में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी पेश की गयी जिसमें राज्य में प्रति व्यक्ति आय में हो रही वृद्धि को विकास का प्रतीक बताया गया। लेकिन विपक्ष इससे सहमत नहीं दिखा, उसका कहना है कि सरकार का विकास सिर्फ कागजों में ही हो रहा है। लोग बेरोजगारी और महंगाई से परेशान है।

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