चाइनीज एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

Fraud gang busted through Chinese app

Fraud gang busted through Chinese app

देहरादून | Fraud gang busted through Chinese app साइबर अपराधों के नए नए तरीकों को देखते हुए साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे।वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है।

अब साइबर ठगों द्वारा फर्जी लोन एप के माध्यम से आमजनता से धोखाधड़ी की जा रही है।इसी क्रम में उत्तराखंड साइबर पुलिस व एसटीएफ उत्तराखंड को बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है, देश के विभिन्न कोनो में लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना को उत्तराखंड एसटीएफ ने गुडगाँव से गिरफ्तार कर एक बहुत बड़े संगठित गिरोह को ध्वस्त किया है।

जानकारी हो कि लुनिया मोहल्ला देहरादून निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई थी, जिस पर साइबर क्राईम पुलिस द्वारा जांच में कि पाया कि भारत सरकार के एनसीआरपी पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी की कई शिकायतें दर्ज है।

उक्त शिकायतों की जाँच साईबर थाने की उपनिरीक्षक रोशनी रावत द्वारा की गयी व जाँच के उपरान्त सभी शिकायतों को शामिल कर बीती 29 दिसम्बर को साइबर थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर एक विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा अनुमानित 75-80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने के लिए कार्यवाही की गई व साथ ही फर्जी लोन के नाम पर मैसेज का प्रयोग कर लगभग 70 मैसेज हेडर को चिन्हित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए पूरे देश में बन्द करवाने का प्रयास प्रारम्भ किया गया |

आमजनता से अवैध वसूली के नाम पर मानसिक उत्पीड़न कर रही है

उक्त प्रकरण में एक व्यक्ति अभियुक्त अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी एन-2/79 मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली हाल डी- 205 मोहन गार्डन नई दिल्ली को उसके गुडगाँव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया।अभियुक्त के पास से घटना में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाईल फोन, हार्ड डिस्क व विभिन्न बैको के एटीएम के साथ-साथ अभियुक्त के डीएल/आरसी/आधार कार्ड/पेन कार्ड/मेट्रो कार्ड को भी बरामद किया गया।

ऑनलाइन लोन देने वाली संदिग्ध कम्पनी हेक्टर लैंड करो प्राइवेट लिमिटेड जिसका संचालन आरोपी अंकुर जो की भारतीय मास्टरमाइंड है के द्वारा किया जाता है। पकड़ी गयी उक्त कम्पनी की 15 एप रुपिगो,रूपि हियर, लोन यू, क्विकरूपि,पंचमनी,ग्रन्डलोंन,ड्रीमलोन,कैश मो,रुपि मो,क्रेडिट लोन, लैंड कर,रॉक लोन, होपेलोन,लैंड नाउ, कैशफुल,नामक एपो के माध्यम से देश भर में 300 करोड़ रुपये लोगों को अधिक ब्याज व लोन पर देकर आमजनता से अवैध वसूली के नाम पर मानसिक उत्पीड़न कर रही है।

उत्तराखंड राज्य में 247 फर्जी लोन एप संचालित है।उक्त प्रकरण में 5 चीनी नागरिकों के नाम भी सामने आए है। पकड़ा गया अपराधी अंकुर कई बार चीन गया है एवं इसने चीनी भाषा चाइना मे रहकर ही पढ़ी है, उक्त फर्जी कम्पनी वर्ष 2019-20 मे बनायी गयी थी।

इस तरह के फर्जी ऑनलाइन लोन ऐप चीन, हांगकांग से बनाए और संचालित किए जाते हैं।उक्त गिरोह के द्वारा ऑनलाईन लोन एप का प्रचार प्रसार चीनी व भारतीय मूल के नागरिकों द्वारा कमीशन देकर कराया जाता है।

अवैध धन की वसूली की जाती है

इनके द्वारा कमीशन के लिए भारत के नागरिकों के माध्यम से कॉल सेन्टर खोलकर फोन करके धमकाया जाता है, व अनाधिकृत रुप से पीडितों के संपर्क सूची,फोटो गैलरी को हैक करके पीड़ितों अश्लील फोटो बनाकर उनके परिजनों व दोस्तों को भेजा जाता है जिससे उनका मानसिक शोषण करते हुए अवैध धन की वसूली की जाती है।

इसके साथ ही इस गिरोह द्वारा लोगों से बहुत ज्यादा ब्याज दर वसूला जाता है और ऐसी कई फर्जी कंपनियां हैं जो इस तरह का लोन देने में मदद करती हैं। ये सभी कंपनियां अनधिकृत हैं। अतिरिक्त धन को पुनः परिचालित किया जाता है और अन्य उधारकर्ताओं को अत्यधिक दरों पर दिया जाता है।

पैसे का बड़ा हिस्सा हवाला चैनलों के माध्यम से चलाया जाता है।पूर्व मे इस प्रकार के लोन एप प्ले स्टोर पर मौजूद रहते थे किन्तु गूगल द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के उपरान्त साइबर अपराधियो द्वारा आम जनता को अपनी बातो मे फसाकर वाट्सअप व एसएमएस एवं अन्य माध्यमो से लोन एप का लिंक भेजकर डाउनलोड कराया जा रहा है।

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