यूपीईएस के पूर्व स्टूडेंट ने फूड स्टार्टअप लॉन्च किया

Former UPES student launches food startup

Former UPES student launches food startup

देहरादून। Former UPES student launches food startup यूपीईएस स्कूल ऑफ बिजनेस के 2017-19 बैच के पूर्व स्टूडेंट आर्यन सिंह ने अपने दो दोस्तों अक्षित सक्सेना और आदित्य कश्यप के साथ मिलकर अपना नया फूड स्टार्टअप “फिटब्रेड” लॉन्च किया है।

इस स्टार्टअप से उन्होंने नाश्ते में ब्रेड खाना पसंद करने वालों को सेहतमंद विकल्प मुहैया कराया है। यूपीईएस काउंसिल फॉर इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप (यूसीईआई) की सलाह और परामार्श से इस स्टार्टअप को 2021 में लॉन्च किया है।

इस स्टार्टअप को अभी से उपभोक्ताओं की काफी प्रशंसा मिल रही है। यूसीईआई को उद्यमिता को बढ़ावा देने, सलाह, परामर्श देने व उत्तराखंड में स्टूडेंट्स को संसाधनों तक पहुंच बनाने के लिए और स्टार्टअप शुरू करने में मदद करने के लिए शामिल किया गया है।

पूरे उत्तराखंड क्षेत्र में फिटब्रेड रेंज छह अलग-अलग स्वाद में उपलब्ध हैं, जिसमें इंडियन मसाला, हब्र्स एंड गार्लिक, फ्लेक्स एंड ओट्स, स्प्राउट ब्रेड, सुपर फूड, एक्सट्रीम फाइबर शामिल हैं। ये घरों के किचन में रोजाना इस्तेमाल होने वाले आइटम से बनाया जाता है।

स्टार्टअप के पीछे आइडिया

आर्यन-अक्षित और आदित्य एक कैफे चलाते हैं, जहां उन्होंने महसूस किया कि कई लोगों को इस समय मार्केट में उपलब्ध ब्रेड से कई शिकायतें हैं। इसी समय हमारे दिमाग में हेल्दी ब्रेड बनाने का आइडिया आया।

इस बारे में और अधिक शोध करने के बाद उन्हें महसूस हुआ कि व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए बनाई गई ब्रेड में प्रिजर्वेटिव्स, बनावटी रंगों, इमल्सिफायर्स, इंप्रूवर्स, एसिडिटी रेगुलेटर्स और आटे का ट्रीटमेंट करने वाले तत्वों का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है।

फिटब्रेड के सहसंस्थापक आर्यन सिंह ने कहा, “कुछ मशहूर ब्रांड की ब्रेड में केवल 38 फीसदी गेहूं का आटा होता है। ब्राउन ब्रेड में गेहूं का आटा केवल 32 फीसदी होता है। बाकी मैदा और सफेद आटा होता है। मल्टीग्रेन ब्रेड में अनाज का प्रयोग केवल ब्रेड की बाहरी परत पर किया जाता है।

स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाना

फिटब्रेड का उद्देश्य लोगों को सेहतमंद ब्रेड का विकल्प मुहैया कराना है। हमारा उद्देश्य समग्रता और कौशल प्रशिक्षण से स्थानीय समुदाय की मजबूती देना है। फिटब्रेड के सह-संस्थापक आर्यन सिंह ने कहा, “फिटब्रेड में हम सामान को स्थानीय वेंडर्स से हासिल करते हैं।

इस तरह हम अतिरिक्त बिजनेस टु बिजनेस (बी2बी) रेवेन्यू चैनल बना रहे हैं। फिटब्रेड के प्रॉडक्ट्स के लिए स्थानीय सुपरफूड्स हासिल करना स्थानीय कारोबारियों के लिए एक वरदान है।”

अक्षित सक्सेना कहते हैं, “फर्म अब सक्रिय रूप से ब्रेड बनाने के काम के लिए महिलाओं की भर्ती कर रही है। उनको अतिरिक्त रूप से बेकरी स्किल्स और ट्रेनिंग भी दी जाती है। इसके नतीजे के रूप में उत्तराखंड के स्थानीय समुदायों का आर्थिक सशक्तिकरण होता है।

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