रुद्रपुर । लंबी खामोशी के बाद हरकत में आए नगर निगम प्रशासन ने शहरी नाले नालियों की तलीझाड़ सफाई की कसरत शुरू की है। साथ ही सफाई कर्मियों को स्वच्छता की बरकरारी को खासी हिदायतें भी दी हैं, लेकिन बावजूद इसके न तो नाले नालियां ही पूरी तरह कचरा मुक्त हो पाए हैं और न ही शहर स्वच्छ। मामले की तह में सफाई के आड़े आ रहा नालों पर हुआ अतिक्रमण और सफाईकर्मियों द्वारा गली मोहल्लों और सड़कों से कचरा न हटाया जाना। इस अव्यवस्था से जहां नगर निगम के दावे हाशिए पर खड़े हैं वहीं इस गंदगी की वजह से शहर में संक्रामक रोगों के फैलने की संभावनाएं तेज हुई हैं। खास तो ये है कि नगर स्वास्थ्य विभाग की काहिलियत की वजह से न तो गंदगी और जलभराव वाले स्थानों पर कीटनाशकों का छिड़काव ही कराने की दिशा में कोई सार्थक पहल हुई है।
इंतहा तो ये है कि शहर के मुख्य मार्गों से लेकर गली मोहल्लों तक ठेलियों और फड़ों पर खुले खाद्य पदार्थों की भी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है जो हर क्षेत्र में संक्रामक रोगों को न्योता दे रही है। खास तो ये है कि संक्रामक रोगों की इन अहम वजहों को न तो कभी नगर निगम व नगर स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया और न ही प्रशासन कभी सजीदा हुआ। अगर देखा जाए तो सरकारी तंत्र ने अभी तक सिर्फ संक्रामक रोगों की स्थिति में केवल राहत कार्यों और उपचार की रणनीति तय करने में ही वक्त जाया किया है, इन संक्रामक रोगों या महामारी की वजहों को खंगाल कर उनपर अंकुश लगाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। सवाल चाहे सफाई या तलीझाड़ सफाई का हो या खुले खाद्य पदार्थों और पेय की बिक्री पर अंकुश लगाने का हर एक मसले पर सरकारी तंत्र का उपेक्षित रवैया ही सामने आया है। जबकि तंत्र के इस रवैए का खामयाजा महामारी के रूप कभी भी आमजन को भुगतना पड़ सकता है।
शहर की असल तस्वीर ये है कि मलिन बस्तियां तो महामारी के मुकाम पर खड़ी हैं तो कमोबेश अधिकांश रिहायशी इलाके भी इन संभावनाओं से अछूते नहीं हैं। खास तो ये है कि जब भी इस मसले को लेकर सार्वजनिक कवायदें जब कभी भी सतह पर आई तो सरकारी तंत्र ने उसे कचरे की टोकरी का रास्ता दिखा दिया, लेकिन समस्याओं को कभी गंभीरता से नहीं लिया अब ये समस्या गंभीर मुकाम पर है।
मामला संज्ञान में आया है इस संदर्भ में अगर स्वास्थ्य और फूड़ इस्पेक्टरों के जरिए जल्द ही जांच कर खुले पदार्थों की बिक्री करने वादों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। नीरज खैरवाल जिलाधिकारी, उधम सिंह नगर
खुले खाद्य पदार्थों की बिक्री पर पाबंदी के लिए अभी तक मेरे पास प्रशासन स्तर से कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं जिसकी वजह से इस संदर्भ में आप जिलाधिकारी से वार्ता कर ले वो जैसा निर्देश देंगे उसी के मुताबिक कदम उठाया जाएगा।
जीसी पांडे वरिष्ठ सेनेटरी इंस्पेक्टर नगर स्वास्थ्य विभाग