पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके

Earthquake
पॉच स्थानों में भूकंप की सूचना प्राप्त होने पर मॉक अभ्यास करती टीम।
पिथौरागढ। आज प्रातः 8:04 बजे जनपद पिथौरागढ़ मुख्यालय  में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप आने के तत्काल बाद जिला मुख्यालय स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में सभी आई0आर0एस0 प्रणाली के टीम के सदस्य उपस्थित हो गए है। जिलाधिकारी ने भूकंप के तत्काल पश्चात् विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह जनपद की विद्युत व्यवस्था को पूर्ण रूप से बंद कर ली जाय, ताकि भूकंप के पश्चात् टूटे हुए विद्युत तारों से किसी भी प्रकार की घटना न हों। आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त सूचनानुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.2 मापी गयी जिसका केन्द्र बिन्दु जनपद चमोली के हेलंग में रहा। जनपद में पॉच स्थानों में भूकंप की सूचना प्राप्त होने पर मॉक अभ्यास का कार्य किया गया। जिसमें प्रथम घटना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ालु एवं एन0एन0एम0 प्रशिक्षण केन्द्र बडालु में हुई जहॉ पर घटना के तुरन्त बाद रेस्क्यू टीम को रवाना किया गया इसके अतिरिक्त मेडिकल टीम चिकित्सकों के साथ मय दवाइयों के साथ पहुंची।
उक्त घटना में कुल 12 व्यक्तियों की मृत्यु तथा 33 लोग घायल तथा 2 लापता बताए गये। 33 घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय लाया गया। दूसरी घटना पाण्डेयगांव से प्राप्त हुई जहॉ पर मोटर पुल क्षतिग्रस्त हो गया तथा एक बारातघर के क्षतिग्रस्त होने के कारण एक घायल व्यक्ति को जिला चिकित्सालय लाया गया तथा घटना क्षेत्र में 10 मकान क्षतिग्रस्त हो गये थे, घटना क्षेत्र में 10 घायल पशुओं का पशुचिकित्सा विभाग द्वारा घायल पशुओं का उपचार किया गया। तीसरी घटना कृष्णानन्द उप्रेती रा0इण्टर कॉलेज पिथौरागढ़ में हुई जहां पर कुल 450 छात्र तथा 30 शिक्षक एवं कार्यालय स्टाफ था जिसमें विद्यालय में 25 विद्याार्थियों की मृत्यु, 53 गंभीर घायल, 30 घायल छात्रछात्राओं में से कुल 83 छात्रछात्राओं को जिला चिकित्सालय में ले जाया गया। इसके अतिरिक्त 187 छात्रछात्राओं का प्राथमिक उपचार किया गया। चौथी भूकंप की घटना का टास्क कलक्ट्रेट परिसर रहा जिसमें 4 व्यक्ति घायल हो गये थे जिनका प्राथमिक उपचार जिला चिकित्सालय में किया गया।
पांचवा टास्क सिल्थाम चौराहा या जहॉ पर एक भवन से 5 घायलों को रेस्क्यू किया गया जिन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। मॉक अभ्यास के पश्चात् सभी आब्जर्वर द्वारा जिला कार्यालय में टास्क के संबंध में जानकारी देने के साथ ही मॉक अभ्यास के संबंध में अपने सुझाव दिए गये। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार भूकंप मॉक अभ्यास का कार्यक्रम किया गया। उन्होंने कहा कि इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य है कि जनपदस्तर पर भूकंप जैसी आपदा के पश्चात् राहत बचाव आदि कार्यों हेतु हमारी किस प्रकार की तैयारियां है एवं जिससे कि घटना से निपटा जा सके और कम से कम क्षति जनहानि आदि हो जिलाधिकारी ने कहा कि आज के इस मॉक अभ्यास में जो भी कार्य किये गये है उसका आंकलन के पश्चात् वास्तविक भूकंप, आपदा के समय किस प्रकार से हमें राहत बचाव आदि कार्य संपादित किये जाने है उक्त संबंध में यह मॉक अभ्यास एक सफल अभ्यास रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि आज की मॉकड्रिल में जो भी कमियां रही है शीघ्र ही उन कमियों को दूर किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि आज का भूकंप मॉक अभ्यास आदि आर0एस0प्रणाली के माध्यम से किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि मॉक अभ्यास से किसी भी प्रकार की आपदा से किस प्रकार निपटा जा सके उसका अनुभव एवं अभ्यास हो जाता है। मॉकड्रिल के पश्चात् जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी ने सभी आई0आर0एस0 प्रणाली के अधिकारियों के साथ बैठक कर आज के मॉक अभ्यास में किये गये रेस्क्यू कार्यों की समीक्षा की गयी तथा पांचों टास्क हेतु तैनात आब्जर्वर से उनके क्षेत्र में किये गये राहत बचाव कार्यों के बारे में जानकारी एवं उनके सुझाव लिए गये।
मॉकड्रिल में प्लानिंग चीफ मुख्य विकास अधिकारी वंदना, लॉजिस्टिक चीफ अपर जिलाधिकारी मुहम्मद नासिर, इन्सीडेंट कमांडर स्टेजिंग एरिया कमांडर पुलिस उपाधीक्षक शेखर चन्द्र सुयाल समेत सेना के आब्जर्वर मेजर जगदीश जोशी, अन्य आब्जर्वर, डा0 आशोक पंत, डा0 गिरीश चन्द्र पंत, डा0 सतीश चन्द्र जोशी, डा0 सरोज वर्मा, जी0एस0कर्नाटक, आब्जर्वर बी0एस0रावत, टास्क बडालू समेत आई0आर0एस0 प्रणाली के अधिकारी आदि उपस्थित थे। मॉकड्रिल में 14 वी वाहिनी आईटीबीपी के कमांडेट अशोक कुमार समेत आईटीबीपी, सेना एस0एस0बी0, रेडक्रास सोसाइटी आदि के द्वारा प्रतिभाग किया गया।