कटौती में मनमानी, पेयजल व्यवस्था पानी-पानी

खटीमा । भीषण गर्मी में लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। दोहरी मार से झेल रहे उपभोक्ता तिलमिला गए हैं। बिजली कटौती से पेयजल व्यवस्था भी पटरी से उतर गई है। लोग पानी के लिए तरस गए हैं। अघोषित विद्युत कटौती के चलते ओवरहेड टैंक नहीं भर पा रहा है। सीमांत में इन दिनों पेयजल व्यवस्था सुचारु रूप से उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रही है। नगर व ग्रामीण क्षेत्र में अघोषित होने वाली कटौती की वजह से जल संस्थान के नलकूप भी मानक अनुरूप नहीं चल पा रहे हैं।

इतना ही नहीं ओवरहेड टैंक न भरने से पेयजल भंडारण भी नहीं हो रहा है। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं को जाने वाली पेयजल आपूर्ति पर पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को जरूरत के सापेक्ष आधा पानी भी नहीं मिल पा रहा है। कुछ मोहल्लों में तो आपूर्ति व्यवस्था का हाल और भी बुरा है। जल संस्थान के पास वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के लिए जनरेटर उपलब्ध नहीं है। नलकूपों के दोहन के लिए पूरी तरह बिजली की निर्भरता के कारण विभाग चाहकर भी आपूर्ति सुचारु नहीं कर पा रहा है। पिछले पांच दिनों से भूड़ महोलिया के मोहल्ले व कंजाबाग रोड स्थित आवासों में पानी नहीं आ रहा है। जिससे वहां के लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। आरके श्रीवास्तव, सहायक अभियंता जल संस्थान बताया कि बिजली कटौती के चलते ओवरहैड टैंक नहीं भर पा रहे हैं, जिस वजह से उपभोक्ताओं को सुचारु रूप से पानी नहीं मिल पा रहा है, जलापूर्ति सुचारु रखने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।