दिल्ली पब्लिक स्कूल देहरादून ने उत्तराखंड की संस्कृति का भव्य उत्सव मनाया

DPS celebrated Uttarakhand culture in a grand manner

देहरादून। DPS celebrated Uttarakhand culture in a grand manner दिल्ली पब्लिक स्कूल में 6 नवंबर 2025 को वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव “विविधांजलि – एक परंपरा” का आयोजन बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ किया गया। यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय श्री एमपी सिंह की जयंती के उपलक्ष में आयोजित किया जाता है।

इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय था “उत्तराखंड राज्य के 25 वर्ष – देवभूमि की सांस्कृतिक धरोहर”, जिसके अंतर्गत राज्य की समृद्ध लोक परंपराओं, कला और संस्कृति का सजीव प्रदर्शन किया गया। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विभिन्न अंतर-विद्यालयी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनका उद्देश्य विद्यार्थियों में सीखने और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करना है।

कार्यक्रम के अंतर्गत अनेक प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिनमें उत्तराखंड की लोककथाएँ, लोक नृत्य, लोक संगीत, “पलायन” विषय पर नुक्कड़ नाटक, डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माण, डिजिटल ब्रॉशर डिज़ाइन, रंगोली, ऐपन कला, रैम्प वॉक आदि शामिल थे। देहरादून के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर इसे और अधिक रोचक एवं ज्ञानवर्धक बना दिया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. आकांक्षा सिंह, निदेशक, दिल्ली पब्लिक स्कूल देहरादून रहीं, जिनकी उपस्थिति ने समारोह में और अधिक ऊर्जा एवं प्रेरणा का संचार किया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्थापक अध्यक्ष स्व. श्री एम. पी. सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की गई, जिसके पश्चात आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों एवं निर्णायकों का अभिनंदन किया गया। स्वागत गीत व नृत्य प्रस्तुति ने समारोह का शुभारंभ अत्यंत मनोहारी बना दिया।

दिन के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया तथा सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यालय को ओवरऑल ट्रॉफी प्रदान की गई।

प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए डी.एस.बी. इंटरनेशनल स्कूल, ऋषिकेश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। साई ग्रेस इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून ने अपने शानदार प्रदर्शन से द्वितीय स्थान हासिल किया, जबकि द होराइजन स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सराहनीय प्रदर्शन करते हुए तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों के उत्साह और समर्पण की सराहना की गई।

कार्यक्रम की सफलता पर डी.पी.एस देहरादून के प्रधानाचार्य बीके सिंह ने शिक्षकों और विद्यार्थियों के परिश्रम एवं रचनात्मक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह दिवस उस दूरदर्शी व्यक्तित्व के प्रति श्रद्धांजलि है, जिनके आदर्श आज भी शिक्षा के मार्ग में निरंतर प्रेरणा देते हैं। यह आयोजन ज्ञान और उत्सव का ऐसा अनूठा संगम है, जो न केवल उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करता है, बल्कि संस्थापक ’अध्यक्ष’ के समग्र शिक्षा के दृष्टिकोण को भी सार्थक करता है।

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