Crisis of livelihood in businessman
देहरादून। Crisis of livelihood in businessman कोरोना महामारी के कहर के चलते इस बार फिर चारधाम यात्रा को राज्य सरकार ने स्थगित कर दिया है। जिसके बाद चारधाम यात्रा से जुडे़ कारोबारियों के आगे फिर से रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अब कारोबारी इस मामले में राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाने को मजबूर है।
उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से यमुनोत्री के कपाट 14 मई को खुल रहे हैं, जबकि 15 मई को गंगोत्री, 17 मई को केदारनाथ और 18 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। गढ़वाल मंडल में सैकड़ों छोटे-बड़े होटल कारोबारी और दुकानदार हर साल 6 महीने होने वाली यात्रा पर निर्भर रहते हैं।
चार धाम होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता कहते हैं कि 1 अप्रैल के बाद से उनके होटल में करीबन 70 प्रतिशत बुकिंग कैंसिल हो गई। बद्रीनाथ में दक्षिण भारत के राज्यों के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र से यात्री आते हैं।
लेकिन अब जब यात्रा ही नहीं हो रही है तो कारोबारियों का कहना है कि सरकार उन्हें कुछ मदद करे। राजेश मेहता का कहना है कि सरकार पानी और बिजली के बिलों में फिलहाल छूट दे सकती है। साथ ही उनका यह भी कहना है कि कई लोगों ने बैंकों से लोन ले रखे हैं।
सरकार बैंकों से बात करके अगले कुछ महीनों के लिए किश्तों में राहत दिलवा सकती है। इधर केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग करने वाले गढ़वाल मंडल विकास निगम के एमडी आशीष श्रीवास्तव का कहना है उनके पास करीबन 11 हजार बुकिंग हो चुकी है।
अब यात्रा सस्पेंड होने के बाद जीएमवीएन ने यात्रियों का ऑप्शन दिया है या तो अपना पैसा वापस ले लें या भविष्य में अमाउंट को एडजस्ट करा सकते हैं।
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