Congress protest against arrest of Yakub Siddiqui
देहरादून। Congress protest against arrest of Yakub Siddiqui प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमण्डल ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से उनके कार्यालय मे मुलाकात कर प्रदेश महामंत्री याकूब सिद्धिकी प्रकरण में पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए ज्ञापन प्रेषित किया।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को सौंपे ज्ञापन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि नई टिहरी में स्थानीय व्यवसायियों द्वारा नगर पालिका परिषद की अनुमति के उपरान्त अस्थायी रोजगार हेतु फड़ लगाकर सीजनल व्यवसाय किया जाता रहा है। इसी के तहत नई टिहरी निवासी अब्बास सिद्धिकी द्वारा भी नगर पालिका परिषद से अनुमति लेकर फड लगाई गई थी।
29 नवम्बर को स्थानीय पुलिस द्वारा बाजार में लगाई गई सभी फडों पर किसी प्रकार की कार्रवाई न कर केवल अब्बास सिद्धिकी की फड़ पर थाना नई टिहरी के पुलिस कर्मी पहुंचे और सीधे गाजी गलौज करते हुए अब्बास सिद्धिकी से अपनी फड़ हटाने के लिए कहने लगे जिस पर अब्बास सिद्धिकी द्वारा उन्हें नगर पालिका परिषद की विधिवत अनुमति दिखाई गई| किन्तु पुलिस कर्मी मानने को तैयार नहीं हुए तथा गाली-गलौज करते हुए उन्हें वहां से मारते हुए घसीट कर थाने ले जाने लगे।
जिस पर उनके बडे भाई याकूब सिद्धिकी जो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री हैं, ने आपत्ति की तथा पुलिस कर्मियों से अब्बास सिद्धिकी के साथ मारपीट न करने के लिए कहा किन्तु पुलिस कर्मियों ने उनकी एक न सुनी और अब्बास सिद्धिकी को थाने ले जाकर उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर हवाल में डाल दिया।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया
उपरोक्त प्रकरण में याकूब सिद्धिकी द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अपने समर्थकों के साथ धरना दिया जिस पर उप जिलाधिकारी टिहरी द्वारा याकूब सिद्धिकी से वार्ता की गई।
उपजिलाधिकारी द्वारा याकूब सिद्धिकी द्वारा दिये गये जिलाधिकारी को संबोधित पत्र में लगाये गये आरोपों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिस पर याकूब सिद्धिकी ने अपना धरना-प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
2 दिसम्बर की रात्रि लगभग 10.30-11 बजे के मध्य टिहरी थाने की पुलिस बिना अपनी आमद देहरादून पुलिस को कराये याकूब सिद्धिकी को उनके शिमला बाईपास स्थित आवास से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।
प्रीतम सिंह ने कहा कि याकूब सिद्धिकी की देर रात हुई गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर उन्होंने स्वयं एस.एस.पी., एस.पी. सिटी तथा सम्बन्धित सी.ओ. से दूरभाष पर मामले की जानकारी ली गई तो उनके द्वारा मामला संज्ञान में होने से इनकार किया गया |
एस.पी. द्वारा अवगत कराया गया कि एस.ओ. थाने जा रहे हैं तथा उन्हें भी इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। काफी पूछताछ के बाद थाने के सिपाही से ज्ञात हुआ कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है|
गिरफ्तारी किया जाना न्यायोचित नहीं ठहराया
यह भी बताया कि याकूब सिद्धिकी के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188, 323, 332, 353, 504, 506, आपदा एक्ट, 51बी के तहत मुकदमा कायम किया गया है। याकूब सिद्धिकी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सम्मानित पदाधिकारी हैं तथा टिहरी पुलिस द्वारा राजनैतिक दुर्भावनावश बिना देहरादून पुलिस को विश्वास में लिए उनकी गिरफ्तारी किया जाना न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने पुलिस महानिदेशक से मांग की कि याकूब सिद्धिकी को बिना शर्त रिहा किया जाय तथा सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाय। प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, महेश जोशी, अमन बत्रा आदि शामिल थे।
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