Congress leaders visit disaster-hit villages
देहरादून। Congress leaders visit disaster-hit villages उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने रायपुर आपदा क्षेत्र के मालदेवता झोल, कुमाल्डा, शेरकी, पीपीसीएल, सरखेत गांवों का सघन दौरा किया व पीड़ितों के घरों में जाकर उनका हालचाल जाना।
इस दौरान माहरा ने भारी बरसात एवं दैवीय आपदा से ध्वस्त सौडा पुल एवं विभिन्न क्षेत्रों में जानमाल को हुए नुकसान का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन नदी में समा गई हैं, चार परिवरों के मकान ध्वस्त हुंए हैं, लोग तिरपाल के नीचे खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं और जैसे-तैसे रात गुजार रहे हैं।
देहरादून के रायपुर क्षेत्र में तड़के हुई बारिश भारी तबाही लेकर आई, रायपुर के आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंच कर वहां हुवे जानमाल के नुकसान का जायजा लिया, साथ ही उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से भी बारिश से नुकसान की खबरें आ रही हैं इससे धामी सरकार के कामों और दावों की पोल खोल खुल गई है। pic.twitter.com/aWE64LsGbf
— Karan Mahara (@KaranMahara_INC) August 20, 2022
उन्होंने कहा कि आपदा के कारण लगभग कई लोगों के लापता होने की संभावना जताई जा रही है जिसमें अभी तक 5 लोगों के शव बरामद किये गये है। श्री महरा ने आपदा में मृतक व्यक्तियों के प्रति गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
इस असवर पर करन माहरा ने कहा कि पुल बने हुए काफी कम समय हुआ है, परन्तु अधिकारियों एंव ठेकेदारों की मिलीभगत के कारण रोज आये दिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं। इससे पहले भी ठीक इसी प्रकार का हादसा ऋषिकेश को जोड़ने वाले पुल का भी हुआ था। परन्तु सरकार ने इससे भी कोई सबक नही लिया।
लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं : Karan Mahara
उन्होंने कहा कि आपदाग्रस्त लोगों को जानमाल के साथ लाखों का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई करना काफी कठिन है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों को समय पर सहायता नही मिल पा रही है, जिससे वहां के लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन व सरकार पहले संज्ञान ले लेती तो ऐसी आपदा से बचा जा सकता था। उन्होंने सरकार से आपदा ग्रस्त लोगों को उचित मुआवजा देने के साथ-साथ उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानान्तरित करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न स्थानों पर फलों व फसलों की भारी बर्वादी हुई है, भूस्खलन से पूरे राज्य में लगभग 200 से अधिक सड़कें बन्द होने के कारण पर्यटकों एवं राज्य की जनता को काफी कठिनाइ्रयों का सामना करना पड़ रहा है।
श्री करन माहरा ने कहा कि ऑलवेदर रोड़ का श्रेय लेने वाली भाजपा सरकार की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि राज्य की सड़कें जो मैदान व पहाड को जोड़ती है पूरी तरह ध्वस्त होने के कारण जनता को समय से राशन व खाद्य समाग्री उपलब्ध नही हो पा रही है। परन्तु सरकार की कान में जॅू तक नही रेंग रही है।
बरसात के निकासी की कोई भी व्यवस्था नही की है : Karan Mahara
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि पर्वतीय जनपदों के सूदर गांवों में फौरी तौर पर तत्काल आवश्यक खाद्य समाग्री उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में भी प्रशासन द्वारा बरसात के निकासी की कोई भी व्यवस्था नही की है।
उन्होेंने देहरादून राजधानी का हवाला देते हुए कहा कि शहर में जहॉ-तहॉ सड़कों में जलभराव हो रहा है, सड़कों में जहॉ-तहॉ गड्डे ही गड्डे है जिससे लगातार रोजमर्रा के काम करने वाले लोगों के लिए खतरा बना हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार स्मार्ट सीटी के नाम पर करोड़ों रूपया बरबाद कर रही है। श्री माहरा ने आपदा से ग्रस्त परिवार को भी उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे आपदा ग्रस्त लोगों के नुकसान का आंकलन करने हेतु जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दे ताकि आपदा से ग्रस्त परिवारों को उचित मुआवजा के साथ सुरक्षित स्थानों पर रखने की व्यवस्था की जा सके।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठ प्रशासन मथुरा दत्त जोशी, महेन्द्र सिह नेगी, डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी, मनीश नागपाल, मीडिया पेनेलिष्ट शिशपाल सिंह बिष्ट, सूरत सिंह नेगी,लाखीराम विजल्वाण, कवीन्द्र सिंह इष्टवाल, नवनीत सती, दिनेश रावत, अशोक गुप्ता, वीर सिंह आदि उपस्थित थे।
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