Close of chief minister
देहरादून। Close of chief minister उत्तराखण्ड विधानसभा सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस के तेवर सीएम कार्यालय में भ्रष्टाचार को लेकर काफी तल्ख रहे। सदन शुरू होते ही कांग्रेस ने समस्त नियमों का निलंबन करते हुए सीएम के करीबियों पर लेनदेन का आरोप लगाया और इस पर चर्चा की मांग की।
संसदीय कार्यमंत्री के इस मामले के कोर्ट में होने पर चर्चा नहीं कराई जाने के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने हंगामा जारी रखा और संबंधित स्टींग के पेन ड्राइव को भी दिखाया।
सदन शुरू होते ही कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के करीबियों के बीच लेनदेन के वीडियो का मसला उठाते हुए इस पर अविलंब चर्चा की मांग की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री मैदान कौशिक ने जबाव दिया कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और ऐसे में इस पर चर्चा नही हो सकती।
इसके बावजूद कांग्रेस लगातार चर्चा की मांग पर अड़ी रही। अपनी मांग के समर्थन में उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने लेनदेन से संबंधित पेन ड्राइव भी दिखाए। साथ ही कहा कि सदन में इसकी वीडियो दी जा चुकी है।
सदन नियमों से ही चलेगा
संसदीय कार्यमंत्री ने मदन कौशिक कहा कि सदन नियमों से ही चलेगा। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि यह मामला दूसरा है और न्यायालय में विचाराधीन नहीं है। यह सीएम के करीबियों का स्टिंग है।
गतिरोध बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मामला अगर कोर्ट में है तो चर्चा संभव नहीं। इस पर कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने कहा कि इस मामले में पीठ को गुमराह किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का नाम आने से यह मामला और गंभीर हो जाता है। इसलिए इस पर चर्चा जरूरी है। इस मुद्दे पर सात पक्ष व विपक्ष के सदस्यों के बीच चल रही नोक झोंक चलती रही। इस दौरान कांग्रेस विधायक बेल पर पहुंचकर नारेबाजी करते रहे।
इससे पहले विधानसभा सभा सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने स्वामी सत्यमित्रानंद के ब्रह्मलीन होने और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के पुत्र अंकुर पांडेय के निधन पर शोक प्रस्ताव पढ़ा।
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