चिटफंड कंपनी पैसा लेकर हुई फरार

Chitfund company

लालकुआ, । क्षेत्र फरार हुई चिटपफंड कंपनी लालकुआं, बिन्दुखत्ता और बरेली रोड क्षेत्र से करोड़ों रुपए समेट कर ले गई है। खाताधारकों ने बताया कि इस कंपनी के लालकुआं शाखा के अंतर्गत ढाई सौ से अधिक एजेंट थे। जिसमें करोड़ों रुपए का इसका साल भर का टर्नओवर था। कंपनी के बाहर से आने वाले अधिकारी प्रत्येक माह विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किया करते थे। जिसमें लोगों को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सम्मानित भी करते थे। बाकायदा कंपनी के एजेंट रोजाना घर घर  जाकर पैसे की वसूली करके खाताधारकों को रसीद देते थे। क्षेत्रवासियों का कहना था कि उक्त कंपनी बैंकों से काफी अधिक ब्याज दे रही है। इसलिए वह इसमें पैसा जमा कर रहे थे। कंपनी के भाग जाने से यहां के हजारों खाताधारकों में पश्चाताप एवं आक्रोश व्याप्त है। उक्तलोगों ने बताया कि कंपनी का मालिक वर्तमान में राजस्थान में जेल में बंद है।

यहां के एजेंटों का कहना है कि जब वह जेल से निकलेगा उसके बाद अपनी संपत्ति बेच कर उनका पैसा लौटाया जाएगा। परंतु क्षेत्रवासी उक्त घोटालेबाजों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। क्षेत्र में कई वर्षों से चल रही चिटफंड कंपनी विश्वामित्र प्रोडक्ट पर क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने यहां से करोड़ों रुपए लेकर चंपत होने का आरोप लगाते हुए कंपनी के ब्रांच संचालक को पकड़कर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया। इस दौरान क्षेत्रवासियों ने सामूहिक तहरीर देकर उन्हें उनके पैसे वापस दिलाने की मांग की है। लालकुआ कोतवाली में सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासी एक व्यक्ति को पकड़कर कोतवाली में लाए। आक्रोशित लोगों का कहना था कि लालकुआं नगर में विश्वामित्र प्रोटेक्ट के नाम से एक चिटपफंड कंपनी चल रही थी। उक्त कंपनी ने लालकुआं क्षेत्र के हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की रकम एकत्र की। कंपनी के संचालक यहां से फरार हो गए। जिसमें से शिवशंभू कुशवाहा नामक व्यक्ति भागने की योजना बना रहा था कि क्षेत्रवासियों ने उसे दबोच लिया। दी गई तहरीर में क्षेत्रवासियों ने उक्त कंपनी के संचालक प्रदुमन सिंह, केके पांडे, कपिल और बबीता सहित कई लोगों के खिलापफ जनता से धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।

आक्रोशित लोगों का कहना था कि उक्त कंपनी के लोग क्षेत्रवासियों को रोजाना 100 से 500 रुपए तक जमा करने पर एक वर्ष में विशेष ब्याज दरों में रुपया वापस लौटाने का प्रलोभन देते थे। जिसके झांसे में क्षेत्र के हजारों लोग आ गए और करोड़ों रुपया कंपनी में जमा हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले 3 महीने से उक्त लोग अब कार्यालय बंद कर गायब हो गए हैं। जिनकी खाताधारक तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को वह पकड़ कर लाए हैं। वह भी भागने की फिराक में था। क्षेत्रवासियों ने कोतवाली पुलिस से उन्हें उनकी रकम वापस दिलाने एवं जिम्मेदार जालसाजों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की। तहरीर देने वालों में राकेश गुप्ता, सुमित कौशल, राजाराम, मंजू देवी, रजिया, पार्वती, संजय, प्रकाश, मोहन, नियाजबीन, पिंकी, अजीज अहमद सहित भारी संख्या में क्षेत्र के खाताधारक शामिल थे। इधर कोतवाल उमेद सिंह दानू का कहना है कि पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही अमल में लाएगी।