मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड केवल महिलाओं के उत्पीड़न में रुचि रखता है

कोलकाता। मोदी सरकार के राज्य मंत्री एमजे अकबर ने मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड पर महिलाओं के उत्पीड़ी में रूचि रखने का आरोप लगया है। उन्होंने ‘तीन तलाक’ मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को निशाना साधते हुए कहा है कि बोर्ड ‘मेल पर्सनल लॉ बोर्ड’ बन गया है जो सिर्फ महिलाओं के उत्पीड़न में रुचि रखता है। एमजे अकबर ने एक कार्यक्रम में कहा कि इस्लाम में लैंगिक समानता की बात है न कि यौन उत्पीड़न की। इस्लाम में कहीं भी महिलाओं के उत्पीड़न की बात नहीं कही गई है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अब ‘मेल पर्सनल लॉ बोर्ड’ बन गया है।’
एक न्यूज वेबपोर्टल के मुताबिक पिछले महीने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा ‘तीन तलाक’ पर आयोजित सम्मेलन में राज्य मंत्री एमजे अकबर ने ‘तीन तलाक’ को हटाने की अपील करते हुए कहा कि माना कभी-कभी शादी ठीक से नहीं चलती तो तलाक की व्यवस्था है, लेकिन मुस्लिम समुदाय में शादी करते हुए आप को महिला से अनुमति की जरूरत होती है। तो तलाक के दौरान पुरुष ही क्यों शर्त तय करे।
एमजे अकबर ने कहा कि अगर देश को आगे बढ़ना है व देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ना है तो हमें महिलाओं को साथ लेकर चलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर आप लोग महिलाओं को पीछे रखेंगे तो भारत और उसकी अर्थव्यवस्था कभी आगे नहीं बढ़ेगी। महिलाएं हमारी देश की आबादी का लगभग 50 प्रतिशत हैं इसलिए हम सब को मिलकर आगे बढ़ना होगा।‘