बीजेपी ने अब्दुल करीम के प्रति दिखाई दरियादिली

Abdul karim

इस्लामपुर। इस्लामपुर के पूर्व विधायक व हाल ही में तृणमूल कांग्रेस को छोड़ने वाले राज्य के वरिष्ठ नेता अब्दुल करीम चौधरी का अगला कदम क्या होगा, इस पर चर्चा हो रही है। राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है। तृणमूल छोड़ने के बाद चौधरी के मन में क्या चल रहा है, यह जानने की कोशिश हो रही है। हालांकि चौधरी अभी पूरा पत्ता खोलने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा है कि आगामी 24 व 25 फरवरी को वह मीडिया से मिलेंगे। उस समय वह बताएंगे कि उनकी आगे की रणनीति क्या होगी। लेकिन इस बीच बीजेपी जिला कमेटी की ओर से अब्दुल करीम चौधरी का पार्टी में स्वागत किया गया है।

जिला बीजेपी अध्यक्ष निर्मल दाम ने कहा है कि उनके जैसे एक अनुभवी नेता की बीजेपी में जरूरत है। यदि वह चाहे तो बीजेपी उनके स्वागत के लिए तैयार है। राजनीति में कोई किसी का लंबे समय तक न तो दुश्मन होता है और न ही दोस्त। इसलिए बीजेपी ने अपने तरफ से एक पांसा फेंक दिया है। अब निर्णय अब्दुल करीम चौधरी को करना है। चौधरी का इस बारे में कोई खास प्रतिक्रिया नहीं है। राज्य में तृणमूल कांग्रेस के विकल्प के तौर पर बीजेपी को देखा जा रहा है। पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव व उप लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस को काफी हद तक टक्कर दी है। आने वाले समय में बीजेपी को मजबूत प्रतिद्वंदी माना जा रहा है। इसलिए राजनीतिक में कुछ भी हो सकता है।

इधर अब्दुल करीब चौधरी के सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा में लगे दो सुरक्षा कर्मियों में से एक को हटाए जाने पर उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के एक नेता पर निशाना साधा है। उनका नाम लिए बगैर उन्होंने कहा है कि यह सब कौन करा रहा है, उन्हें पता है। वह पांच दशक से राजनीतिक कर रहे हैं। उन्हें किसी से राजनीति सिखने की जरूरत नहीं है। दरअसल उनका इशारा उत्तर दिनाजपुर के तृणमूल कांग्रेस के पर्वेक्षक शुभेंदु अधिकारी की ओर है। उन्होंने कहा कि वाममोर्चा के शासनकाल में भी वह एक बार चुनाव हार चुके हैं। तब भी उनके साथ दो सुरक्षा कर्मी हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि अब उन्हें सुरक्षा कर्मियों की जरूरत ही नहीं है। उनके अपने समर्थक ही उनकी सुरक्षा करेंगे। वहीं जिला पुलिस अधीक्षरक अमित राठौर ने कहा है कि उनके एक सुरक्षा कर्मी को हटाये जाने के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है, बल्कि माध्यममिक परीक्षा के लिए अधिक से अधिक पुलिस कर्मियों की जरूरत है। इसलिए उनके एक सुरक्षा कर्मी को हटाया गया है।