कांग्रेस ने की आईएसआई के भाजपा से रिश्तों की जांच की मांग

नई दिल्ली,। कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में भाजपा पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से रिश्ते की सीबीआई जांच की मांग की है। दरअसल पिछले दिनों मध्य प्रदेश एटीएस ने राज्य में आईएसआई रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इसके मद्देनजर कांग्रेस अब भाजपा पर आरोप लगा रही है कि आरएसएस और भाजपा के आईएसआई व सिमी से रिश्ते हैं और इसकी जांच की मांग की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिधिंया ने कहा कि श्जिस तरह से जम्मू के राजपुरा में आतंकी नेटवर्क के तार मध्य प्रदेश से जुड़ते नजर आ रहे हैं, वे अपने आप में चौंकाने वाले हैं। इस सिलसिले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी सूचनाएं पाकिस्तान में बैठी आईएसआई के साथ साझा करने के आरोप हैं। ये लोग संचार के आधुनिक संसाधनों के जरिये तमाम सूचनाएं विदेशियों के साथ साझा कर रहे हैं।’ उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार लोगों में कुछ लोग ऐसे हैं, जिनके संबंध मध्य प्रदेश में भाजपा, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और आरएसएस से बताए जाते हैं।
सिधिंया ने कहा, श्हम पिछले दो साल से संसद के भीतर और बाहर आंतरिक सुरक्षा के मामले को उठा रहे हैं। भाजपा और संघ देश में लगातार देशभक्ति और राष्ट्रवाद की बातें करते हैं, लेकिन इन्हीं से जुड़े लोगों के संबंध देशद्रोहियों से सामने आ रहे हैं।’ सिधिंया ने कहा आंतरिक सुरक्षा एक ऐसा मसला है, जिसपर कोई समझौता नहीं हो सकता है। ऐसा पहली बार है कि आईएसआई जैसी खतरनाक संस्था के तार सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़े हैं।’ कांग्रेस ने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी दुनिया की पहली आईएसआई प्रमाणित पार्टी बन चुकी है। यही बीजेपी का असली चेहरा है।
दूसरों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाने वाले आज खुद देशद्रोहियों को आसरा देने में लगे हैं। कांग्रेस नेता ने इस मामले की सुपीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की है। दरअसल मध्य प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में जिन 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। उनमें एक आरोपी भाजपा आईटी सेल का सदस्य भी रह चुका है। ध्रुव सक्सेना नाम का यह शख्स भाजपा आईटी सेल का पदाधिकारी भी रहा है। कांग्रेस के अनुसार दूसरा आरोपी जीतेंद्र सिंह भाजपा पार्षद का रिश्तेदार, जबकि तीसरा आरोपी व इस पूरे जासूसी रैकेट का मास्टर माइंड बलराम सिंह बजरंग दल से जुड़ा है। चौथा व्यक्ति आशीष सिंह राठौर वीएचपी कार्यकर्ता है।