अल्मोड़ा, । आगामी मानसून सत्र को मध्यनजर रखते हुये जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को सशक्त करने के साथ ही साथ सभी तैयारियाॅ समय से पूरी कर ली जाय। यह निर्देश जिलाधिकारी सविन बंसल ने आपदा से जुडे अधिकारियों को आज आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की महत्वपूर्ण बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिये हमें सड़क मार्गों सहित सभी व्यवस्थाओं को दुरस्त रखना होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि आपदा के समय यातायात बधित होने पर सड़क मार्गों की स्थिति सही बनी रहे इस सम्बन्ध में मेरे द्वारा विडियों कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय को क्वारब में एक अतिरिक्त पुल बनाये जाने के सम्बन्ध में सुझाव रखा गया और उन्हें यह भी अवगत कराया कि इस सम्बन्ध जनप्रतिनिधियों द्वारा भी महत्वपूर्ण बैठकों में बात रखी जा रही है इस पर उन्होंने शीध्र निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद के सभी सड़कों की अद्यतन स्थिति से अवगत कराते हुये जो भी सड़कों में काम किया जाना है उसे मानसून सत्र से पहले पूर्ण करा लिया जाय। इसके अलावा मोटर मार्गों में स्थिति स्कबरों एवं नालियों की सफाई कर ली जाय और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों पर पैनी नजर रखी जाय। जनपद में भूस्खलन प्रभावित एवं अन्य सम्भावित क्षेत्रों जहां पर मानसून सत्र के दौरान नुकसान होने की सम्भावना बनी रखती है वहां पर आवश्यक उपकरणों एवं मशीनों की उपलब्धता के बारे में समस्त उपजिलाधिकारी सहित आपदा प्रबन्धन अधिकारी जाॅच कर लंे और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का जायजा लेकर न्यूनीकरण के उपाय किये जाय। जल भराव क्षेत्रों को चिन्हित कर जल निकासी के लिये भी कार्ययोजना बनायी जाय। जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में राशन की उपलब्धता बनी रहें इसका विशेष ध्यान रखने के साथ ही केरोसिन,
डीजल व पेट्रोल की स्थिति पर भी पैनी नजर रखी जाय। मोटर मार्ग बन्द हो जाने की स्थिति में यात्रियों एवं आपदा प्रभावित परिवारों हेतु भोजन की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु एक कार्ययोजना तैयार कर ली जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि चिकित्सालयों में आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता बनी रहें इसका विशेष ध्यान रखा जाय। इसके अलावा आपदा के समय विद्युत आपूर्ति सुचारू बनी रहें इसके लिये विद्युत विभाग सर्तक रहे। आपदा के समय संचार व्यवस्था में व्यवधान न होने पाये इसके लिये दूरसंचार निगम के अधिकारी अपने कार्यालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना के साथ-साथ जहां पर भी उनके टी0वी0 टावर लेगे हैं उनकी सूची सहित उनमें तैनात कर्मचारियों का भी विवरण आपदा प्रबन्धन विभाग को उपलब्ध करायेंगे। आपदा के समय विद्युत सेवा बाधित होने पर राज्य स्तर पर स्थित टोल फ्री न0 1912 पर शिकायत दर्ज की जा सकती है जो जनपदों की शिकायतो ंको भी दर्ज करेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा से निपटने के लिये एस0डी0आर0एफ0 व अग्निशमन कार्मिकों के पास राहत व बचाव उपकरणों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई और उन्होंने बताया कि उपकरण उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद में जे0सी0बी मशीन, डोजर, क्रेन, एम्बुलेंस आदि की उपलब्धता की जानकारी भी अद्यतन रखी जाय। जिला शिक्षाधिकारी, जिला पंचायत राजधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि वे अपनी अधीनस्थ विद्यालयों, पंचायत घरों व आंगनबाडी क्षेत्रों की अद्यतन स्थिति से निरीक्षण कर अवगत करायेंगे ताकि आपदा के समय व शरण स्थली बनायी जा सके। जिलाधिकारी ने मानसून के दौरान पेयजल व्यवस्था सुचारू बनी रहें इसका विशेष ध्यान रखने के साथ ही पेयजल टैंकों में दवाईयों का छिड़काव आदि करने के निर्देश जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को दिये।
बैठक में उपस्थित एस0एस0बी0 के अधिकारियों से जिलाधिकारी ने आपदा के समय यथासम्भव सहयोग की अपील की। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे वायरलेंस सैटों का निरन्तर प्रयोग करें ताकि आपदा के समय उनका सही ढ़ग से उपयोग हो सके। आपदा कार्यों के लिये आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों का भी सहयोग प्राप्त कर लिया जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जे0एस0 नगन्याल, अपर जिलाधिकारी कैलाश सिंह टोलिया, उपजिलाधिकारी सदर विवेक राय, रजा अब्बास, श्रीमती रीचा सिंह, जिला विकास अधिकारी मो0 असलम, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।