नई दिल्ली,। अयोध्या में बहुचर्चित बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने आरोपियों के विरूध ट्रायल में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की।
सुप्रीम कोर्ट ने इस बात के संकेत दिए कि 13 बीजेपी एवं हिंदू संगठनों के नेताओं के खिलाफ बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर फिर से सुनवाई हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सुझाव दिया कि वे रायबरेली एवं लखनऊ में चल रहे मामलों को एक साथ सुनवाई करे और सुनवाई लखनऊ में हो।
गौरतलब है कि इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपियों को आरोप से मुक्त कर दिया है जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। हाईकोर्ट ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री उमा भारती, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी समेत अन्य आरोपियों को आरोपमुक्त किया था।