आजाद के समर्थकों ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम का पुतला फूंका

Azad's supporters burn effigy of Pritam Singh

Azad’s supporters burn effigy of Pritam Singh

प्रीतम सिंह मुर्दाबाद व कांग्रेस से बैर नहीं प्रीतम तेरी खैर नहीं के लगाये नारे

देहरादून। Azad’s supporters burn effigy of Pritam Singh अभी हाल ही में आजाद अली ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह पर आरोप लगाए थे कि प्रीतम सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष रहते कांग्रेस पार्टी में मुस्लिम-दलित समुदाय की जानबूझकर अनदेखी की थी। शनिवार को आजाद के समर्थकों ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम का पुतला फूंका और प्रीतम सिंह मुर्दाबाद व कांग्रेस से बैर नहीं प्रीतम तेरी खैर नहीं के नारे लगाये।

पुतला दहन करने वाले कार्यकर्ताओं का कहना हैं कि राजनिति में आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं लेकिन नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने अपनी हीन भावना व कुछ नेताओं के इशारे पर आजाद अली के ऊपर लगे आरोप सिद्ध हुए बिना ही, बिना नोटिस दिए, बिना स्पष्टीकरण लिए उन्हें निष्कासित कर दिया था।

आरोप लगाने वाली महिला अदालत में कोई साक्ष्य नहीं दे पाई थीं जिसपर आजाद अली ने प्रीतम सिंह पर आरोप लगाए थे कि परंपरागत तरीके से देहरादून जिला अध्यक्ष कांग्रेस की ओर से मुस्लिम को ही बनाया जाता था जिसको प्रीतम सिंह ने अपनी मानसिकता के कारण हटाकर कांग्रेस और मुस्लिमों के बीच एक दूरी बना दी है।

प्रीतम सिंह ने दलित समुदाय के कार्यकर्ताओं व नेताओ के साथ भी भेदभाव किया। पुतला दहन करने वालों में ग्राम प्रधान सराफत अली, ग्राम प्रधान शहजाद अली, जिला सचिव हाफिज मोहम्मद आबिद, सलीम अंसारी, जिला सचिव कांग्रेस, अमजद इलाही, जिला सचिव कांग्रेस इकराम सलमानी, जिला सचिव कांग्रेस अब्दुल कादिर, जिला सचिव कांग्रेस इस्तियाक मलिक|

बीडीसी इकराम मलिक, समाजसेवी बादशाह खान, आबाद अली, पंचायत सदस्य इसरार, गौरव कश्यप, अमन जोशी, अमित कुमार, सतीश जैसावर, आशुतोष सैनी, मुस्तकीम अंसारी, यशवीर पाल, साहिल कश्यप, सुधांशु क्षेत्री, मुकुल, सौरव कश्यप आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।

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