नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद पर पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद निरोधक अधिनियम के तहत कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि हाफिज की गिरफ्रतारी होनी चाहिए। मणिशंकर अय्यर ने मंगलवार को कहा, ‘पाकिस्तान में एक टीवी शो के दौरान उसे आमने-सामने देखा था। उसी वत्तफ़ मैंने कहा कि हाफिज की गिरफ्रतारी होनी चाहिए।’ मणिशंकर अय्यर ने बताया कि शो खत्म होने के बाद कुछ लोग उनके पास आए और कहा कि आप ने अच्छी बात कही है। हाफिज सईद के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान हमेशा से ये कहता रहा है कि उसकी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होता है। जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद के बारे में पाकिस्तान हमेशा ये भारत सबूतों की मांग करता रहा है। लेकिन दमादम मस्त कलंदर की दरगाह पर हालिया आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के सुर बदले नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अब हाफिज सईद पाकिस्तान के लिए भी खतरा बन चुका है। हाफिज सईद की नजरबंदी पर भारत सरकार की तरफ से बेहद सधी टिप्पणी आई थी। भारतीय विदेश मंत्रलय ने कहा था कि अगर पहले के इतिहास पर नजर डालें तो आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की नीति ढुलमुल रही है।
पहली बार पाकिस्तान ने आतंकवाद निरोधक अधिनियम के तहत हाफिज पर कार्रवाई की है, जो सराहनीय है। लेकिन पाकिस्तान को पुख्ता तौर पर कदम उठाने होंगे ताकि आतंक के विषबेल को समूल नष्ट किया जा सके। उल्लेखनीय है कि हाफिज सईद एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी, मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड और लश्कर ए तैयबा: जमात उद दावा और उनसे संबद्ध संगठनों के जरिए पाकिस्तान के पड़ोसियों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है।