समाजवादी पार्टी के हुए दो फाड़

अखिलेश यादव व रामगोपाल यादव सपा से निष्कासित

टाइम विटनेस से एम एस मालिक की रिपोर्ट
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं रामगोपाल यादव को समाजवादी पार्टी से 6 साल के लिए निकाला गया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायाम सिंह यादव ने आज प्रेस काॅनफ्रेंस करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने 235 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जिसे पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाला जाता है।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने पहले 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी जिसके बाद जिन अखिलेश यादव के समर्थकों का टिकट काटा गया, उन्हे अखिलेश यादव ने अपनी 235 उम्मीदवारों की लिस्ट में जगह दी।

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यही नहीं गुरुवार देर रात शिवपाल यादव ने बाकी बची 78 सीटों पर उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करके इस बात की पुष्टि कर दी कि सपा अब सीधे तौर पर दो गुट में बंट चुकी थी और पार्टी दो अलग-अलग उम्मीदवारों की सूचि के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी।
देर रात तक चले सियासी घटनाक्रम के बाद आज अखिलेश यादव ने अपने आवास 5 केडी पर कई लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मुलाकात कर आगे की रणनीति पर चर्चा की, एक तरफ जहां अखिलेश यादव अपने आवास पर अपने घर पर सुबह से तमाम करीबियों के साथ बैठक कर रहे थी, तो दूसरी तरफ सपा कार्यालय के बाहर शिवपाल समर्थकों की भारी भीड़ जमा है और ये शिवपाल यादव के समर्थन में नारे लगा रहे हैं।
सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह ने जिस तरह से अपने तेवर दिखाए और किसी भी तरह के समझौते से साफ इनकार किया था, उसे देखते हुए साफ लग रहा था कि इस बार ना तो शिवपाल और ना ही अखिलेश किसी समझौते के लिए तैयार दिख रहे थे। ऐसे में मुलायम सिंह यादव के सामने बड़ी चुनौती थी कि कैसे वह सपा के भविष्य को बदलेंगे और पार्टी को टूटने से बचाएंगे।

लेकिन जिस तरह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह ने ये कड़ा फैसला लिया। उससे साफ हो गया है कि अब अखिलेश यादव, प्रो0 शिवपाल यादव के साथ मिलकर नई पार्टी बना कर अगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।