मनमानी करने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ करेंगे धरना प्रदर्शन Against private schools
ऋषिकेश। उत्तराखंड अभिभावक संघर्ष महासंघ फीस को लेकर मनमानी करने वाले विद्यालयों के गेट पर धरना प्रदर्शन करेगा। महासंघ ने एलान किया कि यदि निजी विद्यालय मनमानी शुल्क की वसूली करते हैं और एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू नहीं करते तो अभिभावक महासंघ ऐसे विद्यालयों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को भी बाध्य होगा।
रेलवे रोड स्थित होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता उत्तराखंड अभिभावक संघर्ष महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ (Against private schools) महासंघ चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगा। महासंघ के संयोजक रवि कुमार जैन ने बताया कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू करने का साहसिक निर्णय लिया है। उच्च न्यायालय ने भी सरकार के इस फैसले को सही बताया हैं और मनमानी के खिलाफ निजी विद्यालयों को कड़ी फटकार भी लगाई है।
अधिकांश School शासनादेश का पालन नहीं कर रहे
उन्होंने बताया कि बावजूद इसके अभी भी अधिकांश विद्यालय शासनादेश का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने 27 अप्रैल 2017 को जारी शासनादेश का हवाला देते हुए बताया कि कोई भी विद्यालय रि-एडमिशन और कॉशन मनी के नाम पर अतिरिक्त राशि अभिभावकों से वसूल नही कर सकता हैं। यह आदेश जिलाधिकारी देहरादून द्वारा मार्च 2018 में सभी विद्यालयों को जारी भी किया गया है।
मगर इसके बावजूद भी अधिकांश विद्यालय इस शासनादेश का माखौल उड़ा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभिभावक महासंघ मनमानी करने वाले ऐसे विद्यालयों के खिलाफ अब अगले चरण का आंदोलन शुरू करने जा रहा है। जिसके तहत प्रत्येक विद्यालय के बाहर अभिभावक महासंघ दो घंटे का धरना प्रदर्शन करेगा। महासंघ के संरक्षक राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि ट्रस्ट व अनुदान लेने वाले निजी विद्यालयों का काला चिट्ठा भी ट्रस्टियों और दानदाताओं तक पहुंचाया जाएगा।
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इसके अलावा सोसाईटी रजिस्ट्रार से भी एक्ट के उल्लंघन की शिकायत भी की जाएगी। उनका कहना हैं कि यदि इसके बाद भी स्कूल संचालक नहीं चेते तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। इस अवसर पर हरिराम वर्मा, प्रकांत कुमार, संगीता सागर, सैय्यद मुमताज हाशिम, राजीव चैधरी, दीनदयाल राजभर, रीना भट्ट, रोमा सहगल आदि उपस्थित थे।