चमोली,। न्याय पंचायत स्तर पर मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से किसानों को उन्नत कृषि तकनीकि प्रशिक्षण एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाय तथा किसानों को प्रशिक्षण देने हेतु 15 दिनों के भीतर ट्रेनिंग प्रोग्राम जारी करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी आशीष जोशी ने जिला कार्यालय सभागार में आयोजित कृषि प्राविधिकी प्रबन्धन अभिकरण (आतमा) की शासी निकाय की बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी व परियोजना निर्देश आतम को दिये। जिलाधिकारी ने कहा कृषि, उद्यान, मत्स्य, रेशम, पशुपालन आदि रेखीय विभागों के माध्यम से किसानो की हर सम्भव मदद की जा रही है। उन्होंने किसानों को खेती के प्रति दृढ इच्छा शक्ति के साथ कार्य करने को कहा। गांवों में समूह बनाकर क्लस्टर के रूप में खेती करने की बात कही। उन्होंने कहा कि क्लस्टर के तौर पर खेती रने हेतु कृषि एवं मनरेगा से भी मदद की जायेगी। कहा कि प्रत्येक महीने किसान गोष्ठी का आयोजन करने का प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने न्याय पंचायत स्तर पर मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से किसानों को उन्नत कृषि तकनीकि प्रशिक्षण एवं विभागयी योजनाओं की जानकारी देने के निर्देश देते हुए शीघ्र प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी करने को कहा। उन्होंने जिले में किसान मेले का आयोजन कराने के भी निर्देश कृषि अधिकारी को दिये। कृषि प्राविधिकी प्रबन्धन अभिकरण (आतमा) की शासी निकाय की बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कृषि के क्षेत्र में जिले में उल्लेखनीय कार्य करने वाले किसानो को प्रशस्ति पत्र एवं चैक देकर सम्मानित किया गया। कृषक पार्वती देवी को कृषि क्षेत्र में, राजेन्द्र सिंह सब्जी उत्पादन, रघुवीर लाल को फलोत्पादन तथा विरेन्द्र सिंह राणा को पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर 25-25 हजार रुपये की धनराशि का चैक एवं प्रशस्ति पत्र देकर किसान भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही आतमा योजनान्तर्गत विकासखण्ड स्तर पर 31 चयनित किसानों को किसान श्री पुरस्कार के तहत 10-10 हजार रुपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिसमें गीता देवी, पूरण सिंह, बाल सिहं, प्रभा देवी, कर्ण सिंह, धीरज सिंह, नगीना देवी, दिलवर लाल, मनसाराम आदि शामिल है।
बैठक में अपर कृषि अधिकारी जीतेन्द्र भाष्कर ने आतमा के अन्तर्गत जिला स्तरीय प्रसार कार्य योजना की जानकारी दी। बैठम में जिला स्तरीय प्रसार कार्य योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, कृषि विज्ञान केन्द्र तथा भेषज को कुल 213.54 लाख धनराशि की कार्य योजना का अनुमोदन किया गया।
इस दौरान बैठक में मौजूद प्रगतिशील कृषकों को फूड प्रोसिसिंग यूनिट सगर के राकेश गैरोला के द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। उन्होंने बुराश, माल्टा, आवला, ब्राहमी, बेल अदरक, पुदीना आदि का जूस एवं अचार बनाने की तकनीकि जानकारियां दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी, जिला विकास अधिकारी आनंद सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ लोकेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी एसएल शाह, अपर कृषि अधिकारी जीतेन्द्र भाषकर, डीडीएम नाबार्ड आशीष भण्डारी, एलडीएम शिवराज क्षेत्री सहित मत्स्य, रेशम, भेषज, कृषि विज्ञान केन्द्र के विभागीय अधिकारियों एवं जिले के कई कृषक मौजूद थे।