500 युवाओ को दिया प्रशिक्षण

युवाओं कों संबोध्ति करते हुए डाॅ. प्रणव पण्डया

हरिद्वार, । गायत्राी तीर्थ शांतिकुंज में नेपाल प्रांत से आये करीब 500 युवाओं का पाँच दिवसीय भविष्य निर्माता प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हो गया। इस शिविर में कुल 24 सत्रा हुए, जिसमें युवाओं के विकास, पर्यावरण संरक्षण, नेपाल की गंगा मानी जाने वाली बाग्मती नदी व सरोवरो की स्वच्छता, स्वावलंबन, कुरीति उन्मूलन एवं सत्प्रवृत्ति संवधर््न आदि पहलुओं पर चर्चा हुई। विदाई से पूर्व प्रतिभागियों के भेंट परामर्श के क्रम में गायत्राी परिवार प्रमुख डाॅ. प्रणव पण्डया ने कहा कि समय की माँग को देखते हुए सक्रिय हो जाना युवा की असली पहचान है। उन्होंने कहा कि अपना देश, समाज यदि उठता है, तो उसके मूल में ऐसी ही सृजनात्मक प्रवृत्तियों का योगदान होगा। युवकों में शौर्य, साहस और पराक्रम का जोश होता है।

उन्होंने नेपाल की आध्यात्मिक उन्नति एवं विकास के लिए वीरगंज में अक्टूबर 2017 में अश्वमेध् महायज्ञ का आयोजन करने की घोषणा की। इस अवसर पर संस्था की शैलदीदी ने युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रमों में भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया तथा उसमें आने वाली संभावित समस्याओं के निवारण हेतु सूत्रा भी बताये। शिविर के समापन सत्रा को संबोध्ति करते हुए वरिष्ठ कार्यकर्त्ता केसरी कपिल ने कहा कि युवाओं में जबरदस्त शक्ति होती है। अगर वे संगठित व अनुशासित होकर सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ें तो उन्हें इच्छित सफलता अवश्य मिल सकती है। युवा क्रांति के अंतर्गत स्थान-स्थान पर युवा जोड़ो, युवाओं की शक्ति को जगाने एवं उसे सार्थक रूख देने जैसे कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं,

इसमें सक्रियता के साथ भागीदारी करें। शिविर समन्वयक व युवा प्रकोष्ठ के समन्वयक केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि इस शिविर में नेपाल प्रांत के 50 जिलों के करीब 500 युवा शामिल रहे। कुल 24 सत्रा हुए, जिसमें प्रातःकालीन के सत्रों में आत्म निर्माण के पक्षों को उभारने के लिए विषय विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन दिया, तो वहीं दिन के अन्य सत्रों में बौक विकास, रचनात्मक कार्यक्रमों में भागीदारी एवं समाज निर्माण की गतिविध्यिों के आयोजन, संचालन के लिए निर्धरित था। वीरगंज में होने वाले अश्वमेध् महायज्ञ के लिए 11सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इस अवसर पर शिविर समन्वयक ने प्रतिभागियों की विविध् शंकाओं का समाधन भी किया। पाँच दिन तक चले इस शिविर में नेपाल के विकास में युवाओं के योगदान से संबंध्ति विभिन्न विषयों पर प्रज्ञा अभियान के संपादक वीरेश्वर उपाध्याय, देसंविवि के कुलपति शरद पारध्ी, प्रतिकुलपति डाॅ. चिन्मय पण्डया, डाॅ. ओपी शर्मा, आशीष सिंह आदि ने सम्बोध्ति किया।