देहरादून,। भविष्य सुरक्षित किये जाने सहित अनेक मोंगों को लेकर सुभाष रोड पर लगाये गये बैरीकैडिंग पर धरना एवं प्रदर्शन के साथ ही आमरण अनशन को जारी रखा गया है। राजकीय माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले अपना अनिश्चितकालीन धरने को जारी रखते हुए सरकार से शीघ्र ही शासनादेश जारी किये जाने की मांग को सुभाष रोड पर लगाये गये बैरीकैडिंग पर धरने पर डटे रहे, और वहां पर नवें दिन भी गरजे, कहा सरकार उनके हितों के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। यहां सुभाष रोड स्थित लगाये गये बैरीकैडिंग पर अतिथि शिक्षक अपनी लंबित समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर रहे और वहां पर पिछले नवें दिन से सड़क पर ही अपने आंदोलन को जारी रखे हुए है। उनका कहना है कि चयन प्रक्रिया में सभी अर्हताओं को अनिवार्य रूप से मांगा गया है एवं यह वह शिक्षक हैं जो बचपन से लेकर अपने पूर्ण शिक्षा काल तक उत्तम स्थान प्राप्त करते रहे हैं एवं जब इनको अनुबन्ध में प्रयोग के रूप में विद्यालयों में रखा गया तो शिक्षा का स्तर बेहतर हो गया एवं जो विद्यार्थी शिक्षकों की कमी की वजह से मजबूरन प्राइवेट विद्यालयों में ज्यादा फीस देकर वहां पढ़ने को मजबूर थे वह आज सरकारी विद्यालयों की और लौट रहे हैं,
लेकिन सरकार की ओर से उस पर ब्रेक लगा दिया गया है। उनका कहना है कि आंदोलन को और तेज किया जायेगा और इसके लिए रणनीति तैयार की जायेगी। उनका कहना है कि अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में चयन समिति के अध्यक्ष 13 जिलों के जिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला माध्यमिक शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी हैं, जिनके अनुमोदन से मेरिट, आरक्षण आदि का निर्धारण किया गया। उनका कहना है कि जब तक शासन प्रशासन उनकी मांगों को हल नहीं करता है तब तक आंदोलन को जारी रखा जायेगा। उनका कहना है कि सरकार उनके हितों के प्रति गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। इस अवसर पर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष ललित डंगवाल, विजय सिंह पोखरियाल, हरीश आर्य, दौलत जगूडी, कविन्द्र सिंह कैंतुरा, दीपक कुमार, विवेक यादव, बलबीर तोमर, नरेन्द्र मनी, दिनेश यादव, नरेश प्रसाद, शान्त बड़ोला, विपिन सकलानी, संजय, सुनील, प्रियंका नवानी, दयाल कृष्ण भटट, हरीश थपलियाल, सतेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र सिंह, आशीष कुमार सहित कई अतिथि शिक्षक मौजूद थे।