दो वैज्ञानिकों का करंट वार, जिसमें एडिसन ने ली एक व्यक्ति की जान

Scientist Nikola Tesla
दो वैज्ञानिकों का करंट वार, जिसमें एडिसन ने ली एक व्यक्ति की जान Scientist Nikola Tesla
हिना आज़मी

जापानी फिल्म निर्माता अकीरा कुरोसावा की फिल्म “रोशेमोन” का यह प्रसिद्ध डायलॉग है कि “कहानी आकर्षक होनी चाहिए, इससे फर्क नहीं पड़ता है कि यह कहानी सच है या नहीं”। ऐसी ही कहानी हम आपको आज बताने जा रहे हैं। यह कहानी है उस महान वैज्ञानिक की जिसने एसी यानी अल्टरनेटिंग करंट अर्थात प्रत्यावर्ती धारा का प्रतिपादन किया, जिसके सिद्धांत पर आज हमारे सारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण काम करते हैं। इस वैज्ञानिक का नाम है निकोला टेस्ला (Scientist Nikola Tesla)।

इनका जन्म 9 जुलाई सन 1856 में न्यूयॉर्क में हुआ था। कहा जाता है उस वक्त बिजली कड़क रही थी तभी, शायद टेस्ला का संबंध बिजली से रहा है। इनके पिताजी एक पादरी थे, इसलिए वह टेस्ला को भी पागल ही बनाना चाहते थे, लेकिन टेस्ला बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहते थे। टेस्ला बहुत होशियार थे, इसलिए पिता ने जिद मानकर इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला करा दिया। पढ़ाई करने के दौरान भी टेस्ला प्रयोग किया करते थे।

Scientist Nikola Tesla

प्रोफेसर के साथ किसी बात पर उनकी बहस हुई, इसलिए खुद को सही साबित करने के लिए वह 19 घंटे पढ़ाई किया करते थे। आखिर में उनके अच्छी परफॉर्मेंस देखकर प्रोफेशन मान गया। कॉलेज पास करने के बाद बूडापेस्ट नाम के व्यक्ति की कंपनी में नौकरी करने लगे। बूडा ने टेस्ला को एक खत और अमेरिका में रहने वाला प्रसिद्ध वैज्ञानिक एडिसन के पास जाने के लिए 4 सेंट दिए।

समुद्री यात्रा के दौरान वह कई बार मरते- मरते बचे। एडिसन को उन्होंने खत दिया, जिसमें लिखा था कि मेरे लिए 2 महान वैज्ञानिक है एक तुम, दूसरा जो तुम्हारे सामने खड़ा है। टेस्ला (Scientist Nikola Tesla) ने एसी करंट के सिद्धांत के बारे में एडिशन को समझाने की कोशिश की, लेकिन एडिशन डीसी करंट को बढ़ावा देना देने के कारण नहीं माने और उन्हें जाने के लिए कह दिया।

क्या है यह एसी और डीसी करंट (AC and DC current)

एसी करंट प्रत्यावर्ती धारा है, जो डीसी से ज्यादा दूर के क्षेत्र को कवर करती है, या दूर तक पहुंचती है और डीसी से बहुत सस्ती होती है। एसी और डीसी को लेकर ही एडिशन और टेस्ला के बीच करंट वार हुआ। इस दौरान विख्यात एडिसन ने प्रतिस्पर्धा की होड़ में कितने ही लोगों और जानवरों की जान ले ली, ताकि लोग टेस्ला की ए सी धारा से डर कर उसे कभी स्वीकार ना करें।

कैसे Famous scientist edison ने ली एक व्यक्ति की जान

thomas edison and nikola tesla
एडिसन के मना करने के बाद टेस्ला ने जॉर्ज वेस्टिनहाउस को एसी करंट के बारे में बताया, तो उन्होंने टेस्ला इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के नाम से एक कंपनी बनाई। इसमें ऐसी पर आधारित मोटर बनाई गई। टेस्ला के आविष्कार लोगों में प्रसिद्ध हो रहा था, फिर ट्विस्ट आया। एक व्यक्ति ने एडिशन को खत लिखकर पुछा कि क्या ऐसी द्वारा किसी व्यक्ति को मृत्युदंड दिया जा सकता है? क्योंकि उस वक्त एडिसन की पहचान बहुत थी। यही वक्त था टेस्ला को मजा चखाने का, तो एडिसन ने जवाब में लिखा कि वेस्टिंगहाउस में इनके उपकरण है।

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व्यक्ति ने एक दूसरे व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक द्वारा मृत्युदंड दिया। इसमें उसे 17 सेकेंड के अंदर 2000 वाट का झटका दिया गया। इस प्रकार एडिशन की वजह से एक व्यक्ति की जान चली गई। किसी ने यह कभी नहीं सोचा था कि टेस्ला की कोशिश लोगों को इतनी सुविधाएं देगी। पहले बल्ब भी गैस से जलाए जाते थे, लेकिन उनके आविष्कार के बाद कितने सारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बिजली से चलाए जाते हैं। इस महान वैज्ञानिक ने बहुत संघर्ष किये और इतनी इनकी मौत के भयंकर बीमारी के कारण हुई, जिसका नाम ओप्सेसिव कोम्पेरेतिव डिसऑर्डर है।