म्यांमार: एक हफ्ते में मारे गये रोहंगिया लोगो की संख्या 400 से ज्यादा हुई

rohingya muslims

म्यांमार के पश्चिमोत्तर इलाके में पिछले एक हफ्ते के दौरान विभिन्न कार्यवाईयों के दौरान 4 सौ के करीब रोहंगिया मुस्लमानों को मार दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक म्यांमार के एक राज्य में फौजी बेस पर दहश्तगर्दाें के हमले के बाद शुरू होने वाली कार्रवाई के नतीजे में 38 हजार रोहंगिया मुस्लमान बंगला देश की तरफ पलायन कर चुके हैं।

डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना था कि अगस्त में एक अंदाजे के मुताबिक 38 हजार लोग बंगला देश की सरहद पार कर चुके हैं। म्यांमार की फौज का कहना है कि वो दहश्तगर्दाें और उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है क्योंकि जनता की सुरक्षा करना उनका फर्ज है।
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दूसरी जानिब रोहंगिया मुस्लमान बंगला देश की तरफ पलायन करने पर मजबूर हैं और उनका कहना है कि उन्हें बेदखल करने के लिए मारने की मुहिम शुरू की गई है। म्यांमार की फौज की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक झड़पों और कार्यवाईयों के दौरान 370 रोहंगिया उग्रवादियों मार गिराया गया है जबकि 13 सैक्योरिटी फोर्सिज, दो सरकारी अधिकारी और 14 आम लोग भी मारे गए हैं।
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ध्यान रहे कि 2012 मैं होने वाले साम्प्रदायिक घटनाओं में 200 लोगो की मौत और एक लाख 40 हजार के करीब लोग बे-घर हो गए थे जिसके मुकाबले में ताजा घटना सबसे खराब हैं। मौजूदा ड्रामाई लड़ाई का सिलसिला अक्तूबर में उभरने लगी थी जब हालात इसी तरह बनने जा रही थी लेकिन इसमें तेजी उस वक्त आई जब फौज की तरफ से इल्जाम लगाया गया कि रोहंगिया लोगो की तरफ से छोटे पैमाने पर हमले किए जा रहे हैं जिसके बाद म्यांमार की फौज की तरफ से सख्त कार्रवाई की गई।
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संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 20 हजार के करीब रोहंगिया लोग सरहद पर मौजूद हैं और बंगला देश में मौजूद समाजिक कार्यकर्ता भूख और परेशानी के शिकार लोगो की मदद में व्यस्त हैं। बंगला देश के एरिया कमांडर लैफ्टीनैंट कर्नल आरिफ उल-इस्लाम का कहना था कि बॉर्डर सुरक्षा को 11 बच्चों समेत 15 रोहंगिया मुस्लमानों की लाशें मिली थीं जो नदी में तैर रही थीं जिसके बाद नदी में डूब कर मौत होने वाले रोहंगिया मुस्लमानों की तादाद 40 तक पहुंच गई है।