विधायक चैंपियन और देशराज ने तोड़ी लोकतांत्रिक मर्यादा की सारी हदें

Deshraj karnwal and Kunwar pranav singh champion
Deshraj karnwal and Kunwar pranav singh champion

हरिद्वार। Deshraj karnwal and Kunwar pranav singh champion भाजपा के दो विधायकों कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच चल रही जुबानी जंग लोकतांत्रिक मर्यादा की सारी हदें तोड़ती जा रही है। झबरेड़ा विधायक कर्णवाल ने विधायक चैंपियन को मानसिक दिवालिएपन का शिकार बताते हुए कहा कि उनका इलाज आगरा के पागलखाने में कराया जाना चाहिए।

साथ ही उन्होंने चैंपियन को चुनौती दी कि वे बॉडी दिखाकर और कुश्ती लड़कर दमखम दिखाने के बजाय रविवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर रुड़की नगर निगम के आंबेडकर पार्क में आकर विकास कार्यों में मुझसे मुकाबला करें। हाथों से गोली चलाने का इशारा करते हुए कर्णवाल ने कहा कि आज चुनौती का जवाब इस तरह दिया जाता है।

शनिवार को हरिद्वार प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विधायक देशराज कर्णवाल ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चैंपियन को जनता ने विकास कार्य कराने के लिए विधायक चुना है, लेकिन वे विकास कार्यों के प्रति गंभीर नहीं हैं।

कर्णवाल ने कहा कि चैंपियन के चार बार के विधायक का कार्यकाल उनके दो साल के कार्यकाल के आगे फीका है। विधायक कर्णवाल ने कहा कि मैंने विधानसभा में इतने ज्यादा सवाल और संकल्प याचिकाएं लगाईं, जितना चैंपियन ने चार बार के कार्यकाल में नहीं किया।

चैंपियन पर फर्जी चैंपियन होने का आरोप लगाया

उन्होंने अपने हाथ से गोली चलाने का इशारा करते हुए कहा कि अब जमाना कुश्ती लड़कर जवाब देने का नहीं है, बल्कि इसका है। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनका इशारा गोली चलाने के बारे में है तो वे चुप रहे। अलबत्ता उन्होंने चैंपियन पर फर्जी चैंपियन होने का आरोप लगाया।

अपने जाति प्रमाणपत्र के बारे में चैंपियन के सवालों पर कर्णवाल ने कहा कि इस बारे में पहले भी जांच हो चुकी है और सच्चाई सामने आ चुकी है। अब तो चैंपियन के खिलाफ जो मुकदमे दर्ज हैं, उसमें उनका जेल जाना तय है। कर्णवाल ने चैंपियन को गुर्जरों के हितों के खिलाफ काम करने वाला विधायक बताया। उन्होंने कहा कि गुर्जर बिरादरी के लोगों को विमुक्त जाति का प्रमाणपत्र मिलता था।

इसके आधार पर बिरादरी के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को आरक्षण का लाभ मिलता था, लेकिन चैंपियन के अविवेकपूर्ण रवैये के चलते प्रदेश की एनडी तिवारी सरकार ने यह सुविधा समाप्त कर दी। उन्होंने कहा कि वे चैंपियन के मानसिक दिवालिएपन की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।

चैंपियन नहीं आए तो मैं चला आया

चैंपियन की ओर से नेहरू स्टेडियम में आकर पंजा लड़ाने की चुनौती के बारे में कर्णवाल ने कहा कि मैं सुबह 10.30 बजे समर्थकों के साथ नेहरू स्टेडियम गया था, लेकिन मुझे पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेश बंसल और पूर्व विधायक चौधरी यशवीर सिंह ने सलाह दी थी कि मीडिया को लेकर न जाएं।

लिहाजा मैंने मीडिया को नहीं बुलाया। काफी देर तक चैंपियन नहीं आए तो मैं चला आया। हरिद्वार के खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल की लड़ाई राजनीतिक अखाड़े से असल अखाड़े तक पहुंच गई है। शनिवार को चैंपियन ने नेहरू स्टेडियम पहुंचकर अखाड़े में कर्णवाल को ललकारा।

उन्होंने कहा कि मैंने देशराज को चैलेंज किया था कि अगर हिम्मत है तो वे अखाड़े में आएं और उनके साथ दो-दो हाथ करें, लेकिन उनका न आना दर्शाता है कि वह बुजदिल और डरपोक हैं। चैंपियन काफी देर तक नेहरू स्टेडियम में देशराज का इंतजार करते रहे, लेकिन उनके नहीं पहुंचने पर काफिले के साथ लौट गए। चैंपियन ने कहा कि जल्द वह देशराज की विधायकी छीनकर दिखाएंगे और पति-पत्नी को जेल भिजवाकर दम लेंगे।

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