आदित्यनाथ ने दिया भाजपा को झटका, उतारे अपने प्रत्याशी

gogi adityanath and amit shah

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में भाजपा की मुश्किले बढ़ती दिख रही है। भाजपा के टिकट बंटवारे से नाराज योगी आदित्यनाथ का दल हिन्दू युवा वाहिनी ने ऐलान कर दिया है कि वह भाजपा के खिलाफ पूर्वांचल की सारी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए अपने प्रत्याशी उतारेगी। साथ ही योगी अदित्यनाथ की हिन्दू यूवा वाहिनी ने भाजपा पर टिकट बंटवारे में उससे भेदभाव का आरोप लगाया है। हिन्दू यूवा वाहिनी ने इस बाबत अपने 6 कैंडिडेट्स भी घोषित कर दिये हैं। वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष ने संकेत देते हुए कहा कि वह पूरे उत्तर प्रदेश में अपने कैंडिडेट्स उतार सकती है।
हिन्दू युवा वाहिनी ने भाजपा पर यह भी आरोप लगया है कि बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ की उपेक्षा की है। कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि टिकटों की घोषणा से पहले योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रत्याशियों की एक लिस्ट भाजपा हाईकमान को सौंपी थी। लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया। एवं ऐसे नेताओं को टिकट दिया जो योगी आदित्यनाथ के धूर विरोधी हैं।
हिन्दू युवा वाहिनी ने यह भी कहा कि आदित्यनाथ का वर्ष 2014 से ही उपेक्षा किया जा रहा है। केंद्र में मोदी की सरकार बनने पर ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि योगी को केंद्रीय मंत्री बनाया जायेगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सुत्रों की माने तो खुद योगी आदित्यनाथ भी भाजपा से नाराज चल रहे हैं। जिसका कारण पूर्वांचल में वर्चस्व की लड़ाई मानी जा रही है। जहां एक तरफ योगी पूर्वाचल में अपने कैंडिडेटस चाहते हैं वहीं भाजपा के प्रदेशा उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला अपने प्रत्याशी गोरखपुर क्षेत्र में उतारना चाहते हैं। हालंकि योगी आदित्यनाथ ने इस विवाद से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि वह भाजपा के साथ हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी कार्यकर्ता बगावत कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
गौरतलब है कि हिन्दू युवा वाहिनी योगी आदित्यनाथ का दल है। जिसमें जो अप्रैल 2002 में राम नवमी के दिन योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के कुछ नवयुवकों को संगठित कर हिन्दु युवा वाहिनी की अधारशिला रखी थी। और 2002 के विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक यह भाजपा को समर्थन करते आ रही है। और समय-समय पर पूर्वांचल में भाजपा के लिए संकटमोचन का काम किया है।