प्रदेश के विकास के लिए रणनीति बनाकर कार्य करेंगे : तीरथ

Will work for development of the state

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देहरादून। Will work for development of the state उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के विकास के लिए अपनी प्राथमिकताएं गिनाई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए वह रणनीति बनाकर कार्य करेंगे।

उत्तरखंड के पहले शिक्षा मंत्री का पद संभाल चुके तीरथ कहते हैं कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कार्य करेंगे। यहीं नहीं, प्रदेश के पर्वतीय जिलों में सरकारी स्कूलों की स्थिति ठीक करने के साथ ही अध्यापकों के तैनाती सुनिश्चित करेंगे।

रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य और पर्यटन पर भी विशेषतौर से फोकस किया जाएगा। कहा कहा पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ाए जाएंगे। तीरथ कहते हैं कि प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से रणनीति बनाकर कार्य करने की जरूरत है।

इसके लिए पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विर्मश करने प्लान बनाकर कार्य किया जाएगा। प्रदेश में डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए भी योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की जरूरत है ताकि पर्वतीय क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों को घर के पास ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।

तीरथ का कहना है कि पर्वतीय जिलों में विशेषकर रोड नेटवर्क को सुधारा जाएगा। चारधाम नेटवर्क को पहले से मजबूत बनाया जाएगा। 56-वर्षीय तीरथ ने राजनीति की शुरुआत आरएसएस के सदस्य के रूप में की थी लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से मुलाकात के बाद वह सक्रिय तौर से भाजपा में शामिल हो गए थे।

भाजपा के प्रदेश के नए कि प्रदेश में पर्वतीय क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष तौर से रणनीति बनाकर चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा तीरथ की मानें तो समाज के हर वर्ग के विकास के लिए कार्य किया जाएगा।

तीरथ सरकार में गैरसैंण मंडल पर दोबारा होगा विचारः अजय टम्टा

देहरादून। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के दौरान लिए गए गैरसैंण कमिश्नरी के फैसले को तीरथ सरकार रोलबैक कर सकती है। अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा ने यह साफ कहा है कि गैरसैंण कमिश्नरी को लेकर नई सरकार में एक बार फिर विचार किया जाएगा।

त्रिवेंद्र रावत के कुर्सी से उतरने के बाद भी अब गैरसैंण कमिश्नरी का मुद्दा खत्म नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के कुर्सी से उतरने के पीछे एक बड़ा कारण गैरसैंण कमिश्नरी को लेकर उनकी घोषणा रही।

ऐसे में इस गहमागहमी के बीच अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा ने यह साफ कर दिया है कि नई सरकार में गैरसैंण कमिश्नरी को लेकर एक बार फिर विचार किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक अल्मोड़ा और कुमाऊं से तमाम सांसद और विधायक इस निर्णय से नाराज थे। अब अजय टम्टा ने भी इस मामले पर सीधे तौर पर अपना पक्ष रखकर आने वाले दिनों में तीरथ सरकार द्वारा इस निर्णय को पलटे जाने या संशोधित किए जाने का संकेत दिया है।

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