Wealth and illicit relations made him a murderer
हरिद्वार| Wealth and illicit relations made him a murderer सवा करोड़ से ऊपर की संपत्ति के एकलौते वारिस कृष को उसके एक साथी ने शराब पिलाकर उसे मदहोश किया और उसके बाद रस्सी से गला दबाकर और सिर पर पत्थरों से कई वार कर उसे मौत की नींद सुलाया और इस हत्या को हादसे का रूप देने के लिए हत्यारे ने उसके शव को नदी में फेंक दिया।
सम्पत्ति कब्जाने और अपनी चाची से अवैध सम्बन्ध बनाये रखने के लिए इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारे ने ऐसा प्रपंच रचा हुआ था कि उस पर किसी का शक न जाये और वह मृतक को खोजने के लिए भी खुद आगे आया लेकिन पुलिस ने उसके शातिर दिमाग को पढकर उसे सलाखों के पीछे पहुंचाया तो उसने कबूल किया कि उसने ही करोडो की सम्पत्ति पर कब्जा करने के मिशन से इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
बता दें कि बाल्मिकी बस्ती थाना कनखल निवासी संयोगिता पत्नी स्व० जितेन्द्र द्वारा अपने बेटे यश उर्फ कृष उम्र 17 वर्ष की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर खुलासे के लिए टीमें गठित की गई थी। एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए घटनाक्रम के हर पहलू को परख रही टीम को महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई कि 31 दिसंबर को मृतक यश उर्फ कृष उर्फ सिटी नए साल की खरीददारी करने अपनी मां संयोगिता के कहने पर अमित कटारिया उर्फ खली के साथ शाम पांच बजे के आसपास कनखल के लिए निकला था।
चाची के साथ नाजायज सम्बन्ध के चलते चचेरे भाई की हत्या का आरोपी दबोचा।
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— Haridwar Police Uttarakhand (@haridwarpolice) January 3, 2024
देर रात तक कृष तो घर वापस न लौटा लेकिन देर रात करीब एक बजे अमित कटारिया मृतक की मां सयोगिता के मिस्सरपुर वाले घर पर आया। मृतक की मां द्वारा अपने बेटे के घर न आने व जूतों पर लगे लाल धब्बों के बारे में पूछने पर अमित कटारिया ने चतुराई दिखाते हुए जूते में पान की पिक लगने की बात बताई। साथ ही बताया कि कृष शायद अपने दोस्तों के साथ चिलम फुंकने गया है।
अगली सुबह अपना नाटकीय अभिनय दिखाते हुए अमित कटारिया ने मृतक के शव को अपने एक परिचित छोटू को साथ ढूंढने का नाटक किया। शव को पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया तो स्पष्ट पता चल रहा था कि कृष की बहुत ही नृशंस तरीके से हत्या की गई थी। शव के सिर पर चोटें लगी हुई थी एवं गले पर गला घोटने का निशान भी था।
मिली अहम जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने घटना के तमाम पहलुओं को फिजिकली चैक करते हुए हर क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरा फुटेज के आधार पर संभावित अभियुक्त अमित कटारिया को जगजीतपुर क्षेत्र से उस वक्त दबोचने में कामयाबी हासिल की जब वह मृतक के फोन और घटना के दिन पहनी गई खून से सनी टी शर्ट को लेने के लिए जा रहा था।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि कातिल द्वारा पूछताछ पर बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जानकारी मिली कि संयोगिता हत्यारोपी अमित कटारिया की रिश्ते में चाची लगती है जो अपने पति के मरने के बाद कनखल स्थित मकान में अपने बच्चों के साथ रहती थी। मृतक कृष इन्ही का इकलौता बेटा था।
करीब 5 -6 वर्ष से अभियुक्त अपनी चाची के संपर्क में था एवं धीरे-धीरे संबंधों में प्रगाढ़ता लाते हुए दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। मौहल्ले में अवैध संबंधों की चर्चा चलने पर संयोगिता द्वारा एक मकान मिस्सरपुर में पहले की ली हुई जमीन पर बनवाया गया जिसका सारा काम देखरेख अमित कटारिया के द्वारा किया गया। अब दोनों को तालुकात बनाने में कोई दिक्कत नहीं थी।
अभियुक्त की नजर संयोगिता के कनखल एवं मिस्सरपुर स्थित सवा करोड़ से ऊपर की संपत्ति पर थी जिसका एकलौता वारिस कृष था। गत दो माह से कृष संयोगिता और अमित कुमार को मिलने में मना करता था इस बात की जानकारी भी संयोगिता ने अमित को दी थी।
संपत्ति के लालच और अवैध संबंधों में बाधा बनने के चलते अमित ने योजना तरीके से इसे 31 दिसंबर की रात्रि अपने साथ ले गया और सबसे पहले अपने परिचित राहुल और विशाल के साथ मिस्सरपुर के आसपास चारों लोगों ने शराब पी। शाम सात बजे के आसपास अमित ने उन दोनों लड़कों को घर भेज दिया और यश को ज्वालापुर खरीददारी के लिए ले गया।
उसके बाद यश को बैरागी के पास ले जाकर फिर शराब पिलाई और जब कृष नशे में हो गया तो पहले रस्सी से गला दबाकर और फिर सिर पर पत्थरों से वार कर हत्या कर दी।एसएसपी ने बताया कि तत्पश्चात अभियुक्त ने शव और स्कूटी बैरागी के पास ढलान में नीचे नदी की ओर लुडका दी ताकि घटनाक्रम को एक्सीडेंट का रूप दिया जा सके।
घर लौटकर वह रात भर सोया नहीं और रात्रि में एक बजे के आसपास वह मिस्सरपुर चला गया। हत्या करते वक्त उसके जूते व मौजों में खून के छीटें लग गए थे। अभियुक्त की निशादेही पर मृतक यश उर्फ कृष का मोबाईल फोन व अभियुक्त अमित के द्वारा पहनी गयी टीशर्ट बरामद की गयी। एसएसपी ने बताया कि हत्यारोपी अभियुक्त अमित कटारिया उर्फ खली पुत्र अशोक कटारिया निवासी रविदास बस्ती थाना कनखल जनपद हरिद्वार का निवासी है। जिसके पास से मृतक यश का आई फोन मोबाईल तथा घटना के समय पहनी गयी खूनालुदा टी शर्ट बरामद हुयी है।
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