लैंगिक समानता के लिए तीन तलाक खत्म करना जरूरी: वेंकैया

नई दिल्ली । तीन तलाक को लेकर केंद्र सरकार और मुस्लिम संगठनों के बीच चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि लैंगिक समानता के लिए इस प्तीरथा को खत्म करना जरूरी है।
नायडू ने शनिवार को यहां कहा कि लैंगिक न्याय और कानून की समानता के लिए तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करने की जरूरत है। पहले ही इसपर इतना वक्त बर्बाद किया जा चुका है। अब वक्त आ गया है कि देश को एकजुट होकर आगे आना चाहिए और तीन तलाक को खत्म करने के उपाय करने चाहिए।
श्री नायडू ने कहा, “जाति, धर्म, लिंग और क्षेत्र की परवाह किए बगैर सभी महिलाओं के साथ न्याय करना चाहिए। भारत एक है और हमें इस दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है और तीन तलाक की प्रथा को खत्म करना चाहिए।”
सुप्रीम कोर्ट में तील तलाक पर चल रही सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि वह इस प्रथा का विरोध करती है और उसे जारी रखने देने के पक्ष में नहीं है।सरकार ने कहा कि उसका यह कदम देश में समानता और मुस्लिम महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए है।
वहीं ऑल इंडिया मुस्घ्लिम वीमेंस पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीन तलाक के मामले पर केंद्र सरकार पर मुसलमानों और देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। पर्सनल लॉ बोर्ड का कहना है कि वह तीन तलाक के मामले में बदलाव तो चाहते हैं, लेकिन यह बदलाव शरीयत के दायरे में हों, न कि कोर्ट या किसी सरकार के जरिए। सरकार बेवजह तीन तलाक के मामले में दखल दे रही है और उन्हें मजहब के मामले में दखलंदाजी पसंद नहीं।