लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को नोट बंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है। कहा कि जिन्होंने तकलीपफ दी शायद उन्हें पहले से इसका अंदाजा ही नहीं था। लेकिन इस बात क्या गरंटी है कि पाकिस्तान 2 हजार के नकली नोट नहीं छोपेगा। क्या हर बार करेंसी बदलेंगे? पीएम पहले एक दिन पिफर एक सप्ताह और अब 50 दिन की बात कर रहे हैं, लेकिन सभी को दो ढाई महीने और दिक्कत सहनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपनी कमी छिपाने के लिए नोट बंद किए हैं। जब तक हम मिलकर नहीं चलेंगे, तब तक कालाधन बंद नहीं होगा। हम और आप मिल कर संकल्प लें, तो इसका समाधान हो जाएगा।
आरबीआई के आंकड़ो से पता चल जाएगा कितना कालाधन वापस आएगा। जब 500 का नोट नकली छापा जा रहा था तो क्या 2000 का नोट नकली नहीं छापा जाएगा। हम समाजवादियों पर इस नोटबन्दी का कोई फर्क नहीं है। अखिलेश ने कहा कि अपनी कमी छिपाने के लिए इन्होंने नोट बंद कर दिए। इससे किसानों बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बोआई तभी होगी जब जेब में पैसा होगा, कम से कम किसान को पुराने नोट से खाद और समाग्री लेने की छूट देनी चाहिए थी। केंद्र सरकार को पता ही नहीं कि यहां कितनी समस्या है। वो गरीबों की समस्या नहीं समझते हैं। जो लोग एक हजार का नोट रखते हैं। वह अब दो हजार का रखने लगेंगें। उन्होंने कहा कि ढाई सालों में कोई काम नहीं किया। उप्र में जो दो एम्स आए वह भी समाजवादियों की जमीन देने पर मिले हैं। समाजवादी सरकार ने बहुत काम किया है।