उत्तरकाशी आपदा: हर तरफ तबाही का मंजर

There is devastation everywhere in Uttarkashi

उत्तरकाशी। There is devastation everywhere in Uttarkashi उत्तरकाशी में सुबह आई इस प्राकृतिक आपदा ने धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज बहाव के चलते दुकानें, वाहन और स्थानीय ढांचे पानी में बह गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बाढ़ का मंजर इतना भयानक था कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही तबाही मच गई।

पानी का बहाव इतना तेज था कि बड़े-बड़े पत्थर और मलबा भी बाजार क्षेत्र में घुस आया। कितने लोग इसमें बह गए, अभी कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है। सैलाब अपने साथ इतना मलबा लेकर आया कि दर्जनों घर, बाजार, वाहन और जो भी रास्‍ते में आया, सब बह गए। उसमें दब गए, अभी वहां केवल तबाही का मंजर है।

अभी कितने लोग इस सैलाब में बह गए, मलबे में दबे हैं, इसका कोई भी आंकड़ा सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि करीब 20 मीटर ऊंचा मलबा वहां आकर जमा हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम से इस पूरी घटना की जानकारी ली है और हरसंभव मदद देने का आश्‍वासन भी दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी में अब तक 24 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है।

आधिकारिक तौर पर 12 मजदूरों के मलबे में दबे होने की सूचना है। राज्य सरकार ने एयरफोर्स से मदद मांगी है। मदद में हेलीकाफ्टर की मांग की गई है। प्रशासनिक सूत्रों से जानकारी मिली है कि कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है, हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तत्काल मौके के लिए रवाना कर दी गई है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और ग्रामीण भी राहत और बचाव कार्यों में जुट गए हैं।

प्रशासन की ओर से जारी बयान के अनुसार, जनपद उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र के अंतर्गत खीर गाड़ का जलस्तर अत्यधिक वर्षा के कारण अचानक बढ़ गया, जिससे धराली कस्बे में नुकसान की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर एसडीआरएफ उत्तराखंड, स्थानीय पुलिस, राजस्व विभाग एवं आर्मी सहित आपदा प्रबंधन की समस्त टीमें घटनास्थल हेतु तत्काल रवाना हुईं।

आपदाओं से निपटने के लिए रिस्पांस टाइम का अध्ययन जरूरी : आनन्द स्वरूप
आपदा के समय एसईओसी की भूमिका अहम : शैलेश बगोली
उत्तराखण्ड में लगातार हो रही बारिश बनी आफत