चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित

The doors of the Char Dham

देहरादून। The doors of the Char Dham उत्तराखण्ड स्थित चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां घोषित कर दी गई हैं। केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्तूबर सुबह 8.30 बजे बंद होंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के 25 नवंबर को अपराह्न 2ः56 बजे, यमुनोत्री धाम के 23 अक्तूबर को दोपहर 12ः30 और गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्तूबर दोपहर 11ः36 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।  

बीकेटीसी के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि आपदा के बावजूद इस साल बदरीनाथ धाम में 3 अक्टूबर तक 17,39,831 और केदारनाथ धाम में 18,96,248, यमुनोत्री धाम में 8,80522, गंगोत्री में 9,63082 और हेमकुंड साहिब में 2,49377 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। इस तरह, अब में कुल 5,729,060 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। द्विवेदी ने कपाट बंद होने की तारीखें तय होने पर खुशी जताई और भक्तों से अपील की कि कपाट बंद होने से पहले वे इन तीर्थस्थलों के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित करें।

इस वर्ष की यात्रा का समापन 25 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ हो जाएगा, बाकी सभी प्रमुख धामों के कपाट इससे पहले ही बंद हो रहे हैं।

गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्तूबर को अन्नकूट पर्व के शुभ अवसर पर सुबह 11ः36 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इसके बाद श्रद्धालु गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव में स्थित माँ गंगा मंदिर में उनके दर्शन कर पाएंगे।

यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के शुभ पर्व पर 23 अक्तूबर को दोपहर 12ः30 बजे श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे।

केदारनाथ मंदिर के कपाट 23 अक्टूबर को भैया दूज पर्व पर सुबह 8ः30 बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे। पंचाग पूजा के बाद मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि तय की गई। कपाट बंद होने के बाद उसी दिन बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होगी।

बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 25 नवंबर को दोपहर 2ः56 बजे बंद कर दिए जाएंगे। वहीं, द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट मंगलवार 18 नवंबर को सुबह शुभ मुहूर्त में बंद हो जाएंगे। असके अलावा तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 6 नवंबर को सुबह 11ः30 बजे बंद हो जाएंगे।

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