सर्जिकल स्ट्राइक के लिए आरएसएस को दिया श्रेय

अहमदाबाद। अहमदाबाद में निरमा यूनिवर्सिटी में ‘अपनी सेना को जानिए’ कार्यक्रम में रक्षामंत्री पर्रिकर ने कहा कि मैं चकित रह जाता हूं कि महात्मा गांधी की धरती से आए प्रधानमंत्री और गोवा से आए एक रक्षामंत्री व सर्जिकल स्ट्राइक, बहुत हो सकता है। उन्होंने आरएसएस को श्रेय देते हुए कहा कि भले ही आरएसएस की शिक्षा के वजह से ऐसा हुआ हो लेकिन यह अलग तरह का कॉम्बिनेशन था।
पर्रिकर कहा कि उरी हमले के बाद लोग जब उन पर सवाल उठा रहे थे तो पीएम मोदी और उन्घ्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होनें ने कहा कि उरी में 18 जवानों के शहीद हो जाने के बाद हमारे सामने मुश्किल प्रस्थितियां थीं। प्रधानमंत्री को सोशल मीडिया और मीडिया मे निशाना बनाया जा रहा था। मेरे ऊपर भी आलोचना की गई। उन्होंने सर्जिकल स्घ्ट्राइक के सबूत मांग रहे लोगों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आंकड़े उठा कर देख लीजिए पिछले 5-6 वर्षों से संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन हो रहा है, लेकिन अब हम उन्हें करारा जवाब दे रहे हैं। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस दिन सर्जिकल स्ट्राइक किया गया उस दिन से लेकर आज तक कुछ राजनेता इसका सबूत मांग रहे हैं। लेकिन जब भारतीय सेना कुछ कहती है तो हमें उस पर विश्वास करना चाहिए। हमारी सेना दुनिया में सर्वश्रेष्ठ, साहसी व सत्यनिष्ठ है। मुझे नहीं लगता कि यहां सेना से कोई सबूत मांगेगा।
पर्रिकर ने कहा कि लक्षित हमलों के बाद दो अच्छी बातें हुई हैं। पहली, कुछ राजनेताओं को छोड़ दिया जाए तो सभी भारतीय एक स्वर में बोल रहे हैं एवं हमारे वीर सैनिकों के समर्थन में हैं। दूसरी, बेहद प्रभावी ढंग से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हम भारतीय संवदेनशील हो गए हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात की पाकिस्तान से लगने वाली सरहद से देश में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले लोगों पर बीएसएफ सीमा पर सुरक्षा को और कड़ी कर रहा है।