मंत्रियों-अधिकारियों की तनातनी से राज्य का विकास चौपट

State development halted

State development halted

सरकार को एक दिन भी सत्ता में रहने का अधिकार नहींः धस्माना

देहरादून। State development halted उत्तराखंड में पिछले लंबे समय से सरकार के मंत्रियों व राज्य के नौकरशाहों में टकराव देखने को मिल रहा है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्राी का ना तो अपने मंत्रियों पर नियंत्रण है और ना ही नौकरशाही पर, इन परिस्थितियों का खामियाजा राज्य की जनता को उठाना पड़ रहा है।

यह बात मंगलवार को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लंबे समय से राज्य के कई मंत्री इस बात को सार्वजनिक रूप से कहते आ रहे हैं कि नौकरशाह उनकी बात नहीं सुन रहे व उनके आदेशों का पालन नहीं कर रहे।

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से लेकर मंत्री रेखा आर्य कई बार मुखर होकर यह बात कह चुके हैं। धस्माना ने कहा कि वर्तमान में सरकार के कई मंत्री राज्य के नौकरशाहों की एसीआर लिखने के अधिकार पर मुख्यमंत्री की राय से अलग विचार सार्वजनिक तौर पर रख चुके हैं जो कि एक गंभीर बात है।

क्योंकि मंत्रीमण्डल सामूहिक जिम्मेदारी के सिद्धान्त पर चलता है और अगर एक मंत्री मुख्यमंत्री की बैठाई जांच पर ही अविश्वास जता रहा है और अन्य मंत्री भी उसकी बात का समर्थन कर रहे हों तो इससे बड़ा राजनैतिक संकट सरकार में क्या हो सकता है।

धस्माना ने कहा कि सरकार के मंत्रियों व अधिकारियों के इस टकराव से राज्य का विकास पूरी तरह से ठप्प हो गया है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी के दौर में जब पूरी मशीनरी को एकजुटता व समन्वय से जनता के लिए काम करना चाहिए था तब सरकार में मची इस सर फुटव्वल से जनता ही पिस रही है। धस्माना ने कहा कि इस सरकार को एक दिन भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है।

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