श्री श्री अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार से सम्मानित

नई दिल्ली । श्री श्री रविशंकर को रविवार को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने डाॅ नरेन्द्र सिंह अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार से नवाजा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि व्यक्ति का मन जितना बड़ा होता है उतना ही उसे सुख प्राप्त होता है। दिल्ली में इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी की ओर से आयोजित इस सम्मान समारोह में श्री श्री रविशंकर को गुरुदेव के रुप में संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि उन्हें सम्मानित करना सम्मान का भी सम्मान है। उन्होंने कहा कि अध्यात्म और संस्कृति हमारी धरोहर है जिसे विश्वभर में पफैलाने का काम श्री श्री कर रहे हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डाॅ कृष्ण गोपाल ने कहा कि वर्तमान में दुनिया जिस ओर जा रही है उससे मनुष्य सामथ्र्यवान तो बन रहा है पर प्रतिस्पर्धा के भाव के चलते अकेला भी होता जा रहा है।

ऐसे में अध्यात्म आज जीवन की आवश्यकता बन गई है और इसी से विश्व में शांति आएगी जिसका श्री श्री प्रचार कर रहे हैं। पुरस्कार से सम्मानित श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि हम जब शांति पाठ करते हैं तो सबकी शांति की मांग करते हैं। भारत एक ऐसी विशिष्ट संस्कृति है जो युद्ध के अभाव को शांति के रुप में नहीं देखता बल्कि जीवन का मूलभूत रहस्य इसे मानता है। पंडित बिरजू महाराज ने कहा कि संगीत भी हमें शांति की ओर ले जाता है। संगीत की साधना मनुष्य के मन में शांति पैदा करती है। डाॅ नरेन्द्र सिंह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (इंटरनेश्नल कोर्ट आॅफ जस्टिस) में नियुक्त पहले भारतीय न्यायाधीश थे।