रोडवेज चलाएगा 1450 नई बसें, अनुबंधित बसें होंगी बाहर

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) अब मनमानी करने वाले निजी एसी बस आॅपरेटरों के साथ अनुबंधित बसों को संचालन से बाहर करेगा। साथ ही नई सेवा के तौर पर 1450 बसों का बेड़ा उतारेगा।
रोडवेज के संचालक ने गुरुवार को बताया कि नई एसी बसों के तौर पर रात्रिकालीन एसी स्लीपर बसें चलाने की तैयारी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि नये निजी आॅपरेटरों के जरिये रात की यात्रा वाली एसी स्लीपर बस सेवा जल्द शुरू की जायेगी। संचालक के सूत्रों ने बताया कि निजी एसी बस सेवा के लिए जिन आॅपरेटरों के साथ करार किया गया है वे चुनिंदा रूटों पर ही बसें चलाना चाहते हैं, जबकि इन रास्तों पर पहले से ही पर्याप्त बसें हैं। उन्होंने कहा कि निगम ज्यादा से ज्यादा रूटों पर बसें चलाना चाहता है, लेकिन कई एसी बस आॅपरेटरों को ऐसे मार्गों पर लाभ नहीं दिखता है। इघ्सलिए आनाकानी करने वाले आॅपरेटरों के साथ करार खत्म कर नई योजना की तैयारी शुरू कर दी गई है। रोडवेज विभाग चाहता है कि लाभांश में हिस्सेदारी के आधार पर बसों को चलाया जाता तो कुछ और बात होती, लेकिन तय रेट के आधार पर बसों को आॅपरेटरों के मनचाहे रूटों पर नहीं चलाया जा सकता है।

दूसरी तरफ रोडवेज ने साधारण बस सेवा से भी अनुबंधित बसों को बाहर करने की तैयारी कर ली है। लोड फैक्टर के आधार पर इन बसों से घाटा हो रहा है। इससे बचने के लिए रोडवेज 1450 बसों का बेड़ा उतारेगा। इसमें से कुछ बसें रोडवेज के पास पहुंच गई और बाकी जल्द आने वाली हैं। उन्होंने कहा कि इन बसों के आ जाने से रोडवेज के पास पर्याप्त बसें होंगी।