किसानों के हक दिलवाकर मोर्चा ने जीती बड़ी जंग

Rights of Farmers have been won
रघुनाथ सिंह नेगी का स्वागत करते हुए।
Rights of Farmers have been won

विकासनगर/देहरादून। क्षेत्र के किसानों एवं मोर्चा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश के किसानों को उनका हक दिलाये जाने एवं खाद्यान्न माफियाओं का सफाया कराये जाने की दिशा में जीती जंग से उत्साहित होकर जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी का सम्मानित किया गया।

सम्मान कार्यक्रम में बोलते हुए नेगी ने कहा कि मोर्चा द्वारा माह मार्च 2018 में त्रिवेन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों एवं खाद्यान्न माफियाओं से सांठ-गांठ पर प्रहार किया था, जिससे भयभीत होकर सरकार ने इस वर्ष 10 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है तथा कई नये क्रय केन्द्रों को स्थापित करने के निर्देश शासन को दिये हैं।

नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा वर्ष 2017-18 में मात्र 54249 मी0 टन धान खरीदा था, जबकि वर्ष 2016-17 में 10.53 लाख टन धान खरीदा गया। उक्त धान की खरीद कम होने से प्रदेश के किसानों को अपना धान अन्य प्रदेशों में बेचना पड़ा तथा बिचैलियों के हाथों लुटना पड़ा था।

प्रदेश में सात-आठ राईस मिल्स भी बन्द हो गयी थी

सरकार की इन ढुलमुल एवं लचर नीति के चलते प्रदेश में सात-आठ राईस मिल्स भी बन्द हो गयी थी तथा कई बन्द होने के कगार पर पहुॅंच गयी थी। इस वर्ष की धान खरीद नीति में सरकार द्वारा 10 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है तथा कई अन्य नये क्रय केन्द्र स्थापित किये हैं।

नेगी ने कहा कि इस वर्ष 2018-19 में सरकार ने मोर्चा की बात पर गम्भीरता से संज्ञान लेकर रिकाॅर्ड तोड़ 1.06 लाख टन गेहूॅं की खरीद की, जिसके तहत सरकार ने गत वर्षों की तुलना में लगभग कई गुना अधिक मात्रा में गेहूॅं खरीदा। सरकार द्वारा वर्ष 2017-18 में 2403.942 टन, 2016-17 में 2360.825 टन गेहूॅं खरीदा था। सरकार द्वारा किसानों के हक में फैसला लिया जाना मोर्चा की बड़ी जीत है तथा मोर्चा हमेशा किसानों के हक में उनके साथ खड़ा रहेगा।

कार्यक्रम में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, डाॅ0 ओपी पंवार, ओपी राणा, रवि भटनागर, प्रवीण शर्मा, जयपाल सिंह, रहबर अली, विरेन्द्र सिंह, मदन सिंह, फकीरा, मौ0 इस्लाम, मौ0 नसीम, अरूण थपलियाल, गजपाल रावत, किशन पासवान, जयदेव देगी, सचिन कुमार, आशीष सिंह, हाजी जामिन, मौ0 अली खान, टीकाराम उनियाल, नत्थी सिंह पंवार, ख्याल सिंह आदि थे।

जरा इसे भी पढ़ें :