श्रीनगर । अप्रैल महीने का वेतन नहीं मिलने से नाराज नगरपालिका के दैनिक सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू किया। समर्थन में स्थाई सफाई कर्मचारी भी बैठे। उपजिलाधिकारी श्रीनगर और तहसीलदार से वार्ता में हड़ताली कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने तक धरना जारी रखने की बात कही। भाजपा श्रीनगर मंडल अध्यक्ष जितेंद्र रावत और महामंत्री अनूप बहुगुणा ने धरने को समर्थन दिया। कर्मचारियों का कहना था कि पे बिल समय से बन जाने के बावजूद उन्हें वेतन नहीं मिल पा रहा है।
इस मामले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उपजिलाधिकारी मायादत्त जोशी और तहसीलदार सुंदर सिंहरावत ने धरना स्थल पर पहुंचे। एसडीएम ने दो-तीन दिन में उन्हें वेतन दिलवाने का आश्वासन देते हुए धरना समाप्त करने के लिए कहा। इस पर निकाय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राजेश कुमार पारछा और अन्य कर्मचारियों ने भुगतान नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। कलुवा, मुकेश सूर्यान, मनोज सिरसवाल, राजेश पारछा, संजीव कुमार, दीपक, रोहन, रवि कुमार, राजेश, सरोजनी, रीता सहित अन्य कई कर्मचारी धरना में शामिल थे।
नगरपालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी के बीच चल रहा टकराव कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलने का कारण बताया जा रहा है। एसडीएम मायादत्त जोशी ने बीते तीन अप्रैल को पालिका पहुंचकर हाजिरी रजिस्टर चेक किया। ईओ की सीएल स्वीकृत नहीं होने के कारण उन्होंने हाजिरी रजिस्टर पर अनुपस्थित लिखने के साथ ही विस्तृत नोट लिखा कि सीएल स्वीकृत नहीं है। 28 मार्च को भी ईओ फोन नहीं उठाते हैं। बताया हैं कि मैं 11 बजे पूजा कर रहा था। एक अप्रैल को भी फोन रिसीव नहीं करते हैं। यह अच्छी बात नहीं है। पालिका अध्यक्ष के संज्ञान में जब यह नोट आया तो उन्होंने ईओ के एक दिन का वेतन काटने की बात कहते हुए शेष पे बिल पर हस्ताक्षर कर दिए। लेकिन ईओ ने अपना वेतन काटने की बात को पूरी तरह गलत बताते हुए पे बिल पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया।