चमोली। भारत सरकार द्वारा प्रायोजित सघन डायरिया नियन्त्रण पखवाडा का आयोजन जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर 12 से 24 जून तक किया जायेगा। जिसमें 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को ओ.आर.एस तथा जिंक टैबलेट दी जायेगी। सघन डायरिया नियन्त्रण पखवाडे का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्षा मुन्नी देवी शाह तथा जिलाधिकारी आशीष जोशी ने जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में किया। इस अवसर पर डायरिया से बचाव के उपाय लोगों को बताये गये तथा बच्चों को ओ.आर.एस पैकेट दिये गये।
जिला पंचायत अध्यक्षा ने सघन डायरिया नियन्त्रण गोष्ठी में लोगों को अपने घरों तथा आस-पास साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि डायरिया का खतरा छोटे बच्चों में सबसे अधिक रहता है। छोटे बच्चों को दूषित जल एवं गन्दगी से बचाकर डायरिया के प्रकोप को कम किया जा सकता है। उन्होंने एएनएम, आशा व आंगनबाडी कायकत्रियों को घर-घर जाकर लोगों को डायरिया की जानकारी देकर जागरूक करने की बात कही। जिलाधिकारी ने डायरिया नियन्त्रण पखवाड़े के तहत सभी विकासखण्डों एवं न्याय पंचायत स्तरों पर जन-जागरूकता लाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वजल एवं स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय बनाकर डायरिया नियन्त्रण के लिये लोगों को दूषित जल एवं गन्दगी के प्रति जागरूक करने को कहा।
डायरिया से बचने के लिए लोगों को अपने घरों में शुद्ध पेयजल हेतु फिल्टर का उपयोग करने तथा भोजन करने से पहले हाथों को साबुन से अच्छी तरह से साफ करने की भी अपील की। एएनएम, आशा व आंगनबाडी कार्यकत्रियों को बताया कि डायरिया के दौरान गम्भीर स्थिति उत्पन्न होने पर उसे अपने नजदीकी उपकेन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा बडे चिकित्सालयों में बनाये गये ओ.आर.एस., जिंक कोरनर पर भेजना सुनिश्चित करें। जिससे गम्भीर परिस्थिति से बच्चों को बचाया जा सके। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक दीपक खडुरी ने बताया कि डायरिया नियन्त्रण पखवाडे का उदेश्य जन जागरूकता, ओआरएस की जानकारी तथा डायरिया पीडित बच्चों को समय से अस्पताल पहुॅचाना है।
ताकि डायरिया से होने वाली 0 से 5 वर्ष शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। उन्होंने अपने आस पास की गन्दगी को दूर रखने के उपाय व सुझाव देते हुए कहा कि कार्यक्रम के अन्तर्गत डायरिया नियन्त्रण के लिए 12 से 24 जून तक जनपद में कार्यरत सभी आशायें घर-घर जाकर शून्य से पाॅच वर्ष तक के बच्चों ओ.आर.एस एवं जिंक टैबलेट वितरित करेंगी। उन्होंने बताया कि जिले में 0 से 5 वर्ष तक के 49,228 बच्चे चिन्हित है, जिन्हें ओ.आर.एस एवं जिंक टैबलेट दी जायेगी। 0 से 6 माह तक के शिशु को जिंक की आधी टैबलेट तथा 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चे को एक गोली जिंक टैबलेट दी जायेगी। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि रघुवीर सिंह बिष्ट, विधायक प्रतिनिधि मोहन सिंह नेगी, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा0 एसके झाॅ, सीएमएस डा0 वीके शुक्ला सहित एएनएम, आशा आदि उपस्थित थे।