भाजपा से गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने की मांग

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अल्मोड़ा । कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बिट्टूू कर्नाटक ने कहा कि भाजपा की केंद्र के बाद बहुतमत से उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में सरकार स्थापित होने के बाद जैसे ही ट्रिपल इंजन लगा तो गैस, पानी व बिजली के दामों में मनमानी वृद्धि कर दी गई। उन्होंने भाजपा से गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने की मांग भी की। यहां जोशज्यू होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में कर्नाटक ने भाजपा सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोला। उन्होंने भाजपा पर जनमत की बजाए ईवीएम देवता की कृपा से जीतने का आरोप भी लगाते हुए कहा भविष्य में ईवीएम मशीनों का प्रयोग बंद होना चाहिए। कहा कि कांग्रेस को चूंकि आज बहुमत नहीं मिला इसलिए हम एक स्वस्थ विपक्ष की भूमिका निभायेंगे। कांग्रेस नेतृत्व ने यह फैसला लिया है कि 6 माह तक के भाजपा कार्यकाल की समीक्षा की जायेगी। यदि भाजपा सरकार जन हितों के विपरीत चली तो उसके खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश सरकार से बिजली व पानी में की गई मूल्य वृद्धि को वापस लेने की मांग करती है। राजधानी के मसले पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में चूंकि गैरसैंण में इन्फ्रास्ट्रकचर तैयार हो गया है अतएव भाजपा सरकार को गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करना चाहिए, जबकि देहरादून शीतकालीन राजधानी के रूप में उपयुक्त है। कर्नाटक ने कहा कि यहां डायट के क्रीड़ा स्थल को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने की कांग्रेस की योजना थी, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद इसे फील्ड को खुर्द-बुर्द करने का प्रयास किया जा रहा है। आधा मैदान तक काट दिया गया है और वहां एक भवन का निर्माण हो र हा है। उन्होंने चेतावनी दी कि मैदान को खुर्दबुर्द करने का काम यदि जल्द रोका नहीं किया तो आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा। गर्मियों के सीजन में पेयजल संकट से जूझने के लिए उन्होंने सरकार से एक स्पष्ट पेयजल नीति बनाने की मांग भी की।

प्रेस वार्ता में अल्मोड़ा अरबन को-आपरेटिव बैंक के चेयरमैन आनंद सिंह बगड़वाल, व्यापार मंडल उपाध्यक्ष दीपेश जोशी, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष शैलेंद्र तिलारा, हेम जोशी, देवेंद्र पसाद कर्नाटक, अख्तर हुसैन, शहजाद अंसारी, अमन अंसारी, रौबिन मनोज भंडारी आदि मौजूद थे। सत्ता छिनते ही कांग्रेस का यह कैसा यू टर्न ?अल्मोड़ा। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता बिट्टूू कर्नाटन ने कांग्रेस के जिन भावी मुद्दों को उठाया वह उसमें खुद घिर गये। मीडियाकर्मियों ने उनसे तीखे सवाल करते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी हार का आत्म मंथन करने के बजाए क्यों ईवीएम मशीन को दोष दे रही है ? यदि ईवीएम में खराबी थी पंजाब में कांग्रेस कैसे जीत गई ? उनसे यह भी सवाल किये गये कि जलकर में प्रतिवर्ष वृद्धि का प्रस्ताव तो कांग्रेस सरकार ने ही पास किया था और आज पानी के मूल्य में वृद्धि का वह किस आधार पर विरोध कर रहे हैं ? यही नहीं सबसे महत्वपूर्ण जिस स्थाई राजधानी गैरसैंण मुद्दे को कांग्रेस आज उठाने की सोच रही है। उस पर कांग्रेस शासनकाल में यह घोषणा क्यों नहीं की गई।