देवप्रयाग बीएचबीसी न्यूज। बाबा रामदेव शुक्रवार सुबह हेलीकाॅप्टर से अचानक देवप्रयाग पहुंचे। यहां उन्होंने निर्माणाधीन राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान का कार्य देखा। कुछ देर यहां रहने के बाद वह कार से मुल्यागांव स्थित पंतजलि विद्यालय के लिए रवाना हुए। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे को बाबा रामदेव हेलीकाॅप्टर से रघुनाथ कीर्ति संस्कृत विद्यालय पहुंचे। यहां राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के प्राचार्य प्रो. केवी सुब्बारायडु व स्टाफ द्वारा उनका स्वागत किया। राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के प्राचार्य के साथ उन्होंने कार्यालय व कक्षों का भ्रमण किया। संस्थान की ओर से बाबा रामदेव को देवप्रयाग संगम का गंगा जल, शाल व स्मृति चिर् भेंट किए गए।
पहली बार देवप्रयाग पहुंचे बाबा रामदेव देवप्रयाग तीर्थ की दिव्यता व प्राकृतिक सौंदर्यता से अभिभूत दिखे। उन्होंने देवप्राग तीर्थ की प्रशंसा की तथा भागीरथी, अलकनंदा नदियों के बारे में जानकारी ली। राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान से जुड़े लोगों के साथ उन्होंने संस्कृत में ही वार्तालाप की। वह करीब 20 मिनट तक यहां रुके और उसके बाद कार से मुल्यागांव स्थित पंतजलि विद्यालय के लिए रवाना हुए। उनका स्वागत करने वालों में डा. शैलेंद्र नारायण, डा. ओम शर्मा, डा. शैलेंद्र उनियाल, पंकज कोटियाल, डा. सुशील बडोनी आदि शामिल थे।