पर्वतीय क्षेत्रों में टैक्सटाईल उद्योग को देना होगा बढ़ावा: टम्टा

बैठक लेते केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ।

अल्मोड़ा। पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिये हमें यहां पर टैक्सटाईल उद्योग को बढ़ावा देने के लिये प्राथमिकता देनी होगी। यह बात केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने आज सर्किट हाउस में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में कही। उन्होंने कहा कि जनपद में अनेक उद्यान विभाग के बगीचे जिनमें अब उत्पादन कम हो रहा है उन्हें कैसे विकसित किया जाय इसके लिये ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश उद्यान विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होने कहा कि जिस भूमि में उत्पादन नही हो रहा है उनमें पायलट प्रोजैक्ट के रूप में अलसी की फसल पैदा करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिये दूनागिरि फार्म को चुनने पर विचार किया जा रहा है। बैठक में उपस्थित उप निदेशक उद्यान को निर्देश दिये कि वे विवेकानन्द कृषि अनुसंाधन संस्थान व आई0सी0आर0आई0 के वैज्ञानिकों से सम्पर्क कर उस क्षेत्र को चयनित कर सम्पूर्ण कार्ययोजना सीधे कपड़ा मंत्रालय को भेजना सुनिश्चित करेंगे ताकि पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि इस कार्य में महिला स्वयं सहायता समूह को विशेष रूप से जोड़ा जाय। इसके अलावा जनपद में अन्य जहां पर भी फार्म है उनकी वर्तमान में यह स्थिति है वहां पर तापमान की स्थिति वर्तमान में जो चीज पैदा हो रही है उसकी पूरी सूचना तैयार कर जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि वे सीधे इसे मुझे भेजना सुनिश्चित करे ताकि इस पर कोई निणर्य लिया जा सके। दूनागिरि में 15 हैक्ट0 भूमि व अन्य फार्मों से 05-05 नाली भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि यहा पर रेसे से सम्बन्धित पौधों का रोपण हो सके।

टैक्सटाईल मंत्रालय द्वारा टैक्सटाईल पार्क के निर्माण पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने उपजिलाधिकारी द्वाराहाट को निर्देश दिये कि वे दूनागिरि फार्म का निरीक्षण कर वहां पर की पूर्ण स्थिति से अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे साथ ही वहां पर तैनात कर्मचारियों से क्या कार्य लिया जा रहा है उससे भी अवगत करायंगे। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पीरूल का उपयोग किस तरह किया जा सकता है तथा जंगल में कितने क्षेत्र में लीसा लगाया गया है और किन क्षेत्रों में फलदार पौधों का रोपण किया गया है उसकी भी सूचना तैयार कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

मा0 राज्य मंत्री ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे काश्तकारों को अधिकाधिक सुविधा मुहैया कराये साथ ही कृषक मेलों के आयोजन से काश्तकारों को लाभ मिल रहा है या नही इसकी भी जाॅच करेंगे। महाप्रबन्धक उद्योग को निर्देश दिये कि टैक्स टाईल मंत्रालय द्वारा हैण्डलूम व हैण्डीक्राफ्ट के क्षेत्र में बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा इस लिये यहां पर स्वयं सेवी  संस्थाओं के माध्यम से कलस्टर तैयार कर इसे बढ़ावा देने का काम कराया जाय। भारत सरकार इसमें यथोचित अनुदान उपलब्ध करा रही है। प्रदेश के सभी जिलों में कलस्टर तैयार करने के लिये कहा गया है ताकि गरीब लोगों को इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि बागेश्वर जनपद में प्रचुर मात्रा में स्टोप स्टोन की उपलब्धता है इसका सही उपयोग हो सके इसके लिये जयपुर से विशेषज्ञों को बुलाकर 60 दिन का प्रशिक्षण दिलाये जाने पर विचार किया जा रहा है ताकि इसका मूर्ति बनाने में उपयोग हो सके।

इसके अवाला उन्होंने महाप्रबन्धक उद्योग केन्द्र से कहा कि वे अपने भी सुझाव इस पर दें ताकि यहां पर रोजगार के अवसर बन सके। उपस्थित विवेकानन्द कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक बृजमोहन पाण्डे से कहा कि वे इस कार्य में जिला उद्यान अधिकारी, वन व कृषि विभाग के अधिकारियों को सहयोग देंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में उपजिलाधिकारी सदर विवेक राय, उपनिदेशक उद्यान बृजेश सिंह, उमा शंकर सिंह, अधिशासी अभियन्ता पी0एम0जी0एस0वाई0 के0सी0 आर्या, जिला उद्यान अधिकारी श्रीमती भावना जोशी, उपवनाधिकारी अमरीष कुमार, भाजपा जिला अध्यक्ष ललित लटवाल, टैक्सटाईल मंत्रालय के एच0एस0 अधिकारी सहित कृषि व उद्यान विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।