मोदी – द यूनीफायर इन चीफ (अ ट्रू ट्रांसफॉरमेशनल लीडर) पुस्तक का विमोचन

Modi - The Unifier in Chief ( A True Transformation Leader ) book released

Modi – The Unifier in Chief ( A True Transformation Leader ) book released

देहरादून। Modi – The Unifier in Chief ( A True Transformation Leader ) book released भारत सरकार भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अनूप कुमार द्वारा लिखित पुस्तक मोदी – द यूनीफायर इन चीफ (अ ट्रू ट्रांसफॉरमेशनल लीडर) का विमोचन किया। इस अवसर पर इस पुस्तक के प्रकाशक श्रीकृति नवानी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 

इस मौके पर माननीय केंद्रीय मंत्री ने बताया कि किस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के विकास हेतु प्रत्येक समुदाय, जाति एवं धर्म के लोगों को एक माला में पिरो कर विकास की ओर अग्रसर कर रहे हैं।

आज के परिवेश में लोगों को एक साथ रखना तथा देश हित में काम करना सबसे परम कर्तव्य है। श्री निशंक ने अनूप कुमार के द्वारा लिखी गई पुस्तक पर उन्हें बधाई दिए तथा भविष्य में इसी तरह के कार्य करने हेतु प्रेरणा भी दिया।

यह भी बताते चलें कि अनूप कुमार वर्तमान में ब्रिडकुल में महाप्रबंधक (मानव संसाधन) के पद पर कार्यरत है। माननीय केंद्रीय मंत्री ने अनूप कुमार के इस कार्य हेतु उन्हें बहुत बधाई दिया तथा आश्वासन दिया कि  अनूप कुमार द्वारा यह लिखी पुस्तक को माननीय प्रधानमंत्री जी तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

अनूप कुमार द्वारा लिखित यह पुस्तक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 के प्रयागराज कुंभ में सफाई कर्मचारियों के उत्कृष्ट कार्यों हेतु उनका सम्मान स्वरूप चरण वंदन करना तथा सम्मानित करना से संबंधित है।

पुस्तक में कुल 11 अध्याय हैं

अनूप कुमार का कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा किए गए यह कार्य अपने आप में एक ऐसी ऐतिहासिक क्रिया है जो न कभी इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा की गई है ना ही भविष्य में होने की संभावना है। 

इस पुस्तक में कुल 11 अध्याय हैं जिसकी शुरुआत भारत के संविधान से होती है तथा चरण वंदन के क्रिया को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारधारा का समर्थन कराती है। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के परिवर्तनकारी नेतृत्व के बारे में विस्तृत से जानकारी दी गई है।

डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं महात्मा गांधी जी के विचारधाराओं का भी उल्लेख किया गया है, जो यह बताता है कि भारत में विभिन्न काल एवं परिस्थिति में किस तरीके से सामाजिक सुधार की गई है। 

बहुत ही खूबसूरती से इस पुस्तक में चरण वंदन एवं सम्मानित किए जाने की पौराणिक गतिविधियों का भी इस उल्लेख किया गया है जैसे कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा सुदामा का पांव धोना, शबरी द्वारा भगवान श्री राम को झूठे बेर खिलाना तथा केवट द्वारा भगवान श्रीराम का चरण वंदन करना आदि।

ध्यान देने वाली बात है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय सरसंघचालक बालासाहेब देवरास की जो सोच थी वह सामाजिक समानता ही थी तथा शायद यही कारण रहा है कि नरेंद्र मोदी जी द्वारा सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास का नारा दिया गया। जिससे कि संपूर्ण भारत एक हो सके तथा विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो पाए।

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