कुपोषित बच्चों के लिये खोला जा रहा एनआरसी सेंटर

जिला कार्यालय में बैठक लेते डीएम।

अल्मोड़ा । राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम को प्रभावी बनाये जाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण निर्णय इस जनपद के लिए गये है इस बात की जानकारी जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज जिला कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण  बैठक में दी। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में न्यूट्रिशन रिवेलेशन सेन्टर (एन0आर0सी0) की स्थापना की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह कुपोषित बच्चों के लिए सेन्टर खोला जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस सेन्टर को खोलने के लिए जनपद अल्मोड़ा को चयनित किया गया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के धौलादेवी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं नागरिक चिकित्सालय रानीखेत में न्यूट्रिशन रिलिवेशन सेन्टर (एन0बी0एस0यू0) की स्थापना की जा रही है इसके अलावा विकासखण्डों में स्थापित स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्साधिकारी आवास पर सोलर इन्वटर्स की स्थापना की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि डी0ई0आई0सी एवं एन0सी0पी0 के अन्तर्गत उपकरण भी क्रय किये जा रहे है। इस महत्वपूर्ण बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत असफल कैसे पर चर्चा हुई साथ ही पी0सी0पी0एन0डी0 की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या हत्या भू्रण रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाये जाने के साथ-साथ समय-समय पर जनपद में संचालित अल्ट्रा साउण्ड केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि अल्ट्रा साउण्ड केन्द्रों में लगे टैकिंग डावाइस को जिला टास्क पफोर्स कमेटी द्वारा निरीक्षण कराया जाय।

उन्होंने कहा कि अल्ट्रा साउण्ड केन्द्रों में पी0सी0पी0एण्ड0डी0टी0 एक्त के अन्तर्ग निहित प्राविधानों का अनुपालन हो रहा या नहीं इसका भी ध्यान रखा जाय। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि परिवार नियोजन के असपफल केसो के जो लाभांश लाभार्थियों को दिया जाना है उसका भुगतान लाभार्थी को यथा समय मिल सके इसका विशेष ध्यान रखना होगा जब कोई भी इस तरह के दावे प्रस्तुत किये जाते है उसकी प्राप्ति रसीद अवश्य दी जाय। इस आशय के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी अपने स्तर से सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में अवश्य दे दें ताकि किसी प्रकार की कठिनाई न हो। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में जहाॅ चिकित्सालय है वहाॅ पर ए0एन0एम0 की नियुक्ति प्राथमिकता से की जाय जहाॅ अतिरिक्त है वहाॅ से उन्हें उन स्थानों पर स्थानान्तरित किया जाय जहाॅ पर आवश्यकता हो। उन्होंने कहा कि विगत दिनो द्वाराहाट एवं चैखुटिया तहसील के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने इस तरह की माॅग की जिसे गम्भीरता से लेते हुए वहाॅ पर ए0एन0एम0 की नियुक्ति किया जाना अति आवश्यक है।

प्रसव वाली महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका ध्यान रखना होगा।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि जनपद में रोस्टर के अनुसार खुशियों की सवारी उपलब्ध कराये जाने के निर्देश पूर्व में जारी किये गये थे लेकिन सल्ट क्षेत्र से शिकायतें प्राप्त हो रही है कि वहाॅ पर नियमित रूप से माॅग करने पर सवारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इस पर उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूचि लेकर इसकी व्यवस्था की जाय। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जे0एस0 नगन्याल, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0सी0 पंत, अपर मुख्यचिकित्साधिकारी डा0 योगेश पुरोहित, डा0 सविता हंयाकी, डा0 डा0 ललित पंत, डा0 ए0के0 सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 निशा पाण्डे, वरिष्ठ कोषाधिकारी विक्रम जंतवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0एस0 बृजवाल, संयुक्त चिकित्सा अधीक्षक एन0 एस0 नेई, जिला शिक्षाधिकारी बेसिक राय साहब बहादुर, शासकीय अधिवक्ता गिरीश पफुलारा, ग्रास संस्था के गोपाल सिंह चैहान, जिला समन्वयक हिमांशु स्यूनरी, दीप भटट सहित अन्य लोग उपस्थित थे।