लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे का हुआ उद्घाटन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सोमवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया। यह एक्सप्रेस वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे है जिसे 13 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। इसके बनने के बाद जहां यूपी के कई शहर दिल्ली से सीधे जुड़ पाएंगे वहीं दिल्ली से लखनऊ केवल साढ़े घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

सोमवार को एक भव्य कार्यक्रम में इसे जनता को समर्पित किया गया। इस दौरान एयरपफोर्स के फायटर जेट मिराज 2000 ने भी इस एक्सप्रेस वे पर टच डाउन करने के बलावा हवा में करतब दिखाए। इसे कुछ इस तरह बनाया गया है यहां इमरजेंसी में फायटर प्लेन लैंड और टेकआॅपफ कर सकते हैं। इस एक्सप्रेस वे 13 हजार करोड़ की लागत से बनाया गया है।  इससे दिल्ली और लखनऊ के बीच लगने वाला यात्रा का समय कम होगा। यह एक्सप्रेस-वे आगरा को यूपी के उन्नाव, कानपुर, हरदोई, औरैया, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा और फिरोजाबाद से जैसे शहरों से जोड़ेगा। एक्सप्रेस वे के आसपास भविष्य में नई टाउनशीप और अन्घ्य प्रोजेक्ट डेवलप होंगे। सबसे बड़ी खासियत है कि आपात स्थिति मे हवाई पटटी पर जहाजों की लैंडिंग और टेकआॅफ भी की जा सकेगी।

इस दौरान दोनों ओर से ट्रैफिक भी चलता रहेगा। एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिजवे का निर्माण 23 माह के रिकाॅर्ड समय में किया गया है। एक्सप्रेस वे की सड़क की कुल लंबाई 370 किलोमीटर और चैड़ाई 110 मीटर है। इसके बनने के बाद लखनऊ और आगरा के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। एक्सप्रेस-वे के रास्ते में गंगा समेत पांच नदियां भी पड़ेंगी और इन नदियों को पार करने के लिए 13 बड़े और 52 छोटे पुल व चार आरओबी बने हैं। सड़क पर आवाजाही में कोई रुकावट न हो इसका विशेष ध्यान रखते हुए 132 फुट ओवरब्रिज और गांव व कस्बों की सुविधा के लिए 59 अंडरपास दिए गए हैं। इसके अलावा खंभोली-कबीरपुर के बीच बनी 3 किमी लंबी हवाई पटटी के पास एक्सप्रेस-वे की सड़क को आने वाले समय में 12 लेन किया जाएगा।