आडवाणी फिर गुस्स में, जानिए उनका मन क्या करता है

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू से ही हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। उसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कुछ दिन पहले ही अपने गुस्से का इजहार किया था। और अब संसद का शीतकालीन सत्र समाप्ति की ओर है व शुक्रवार को खत्म हो जायेगा।
लेकिन 500 और 1000 रूपये के नोटबंदी को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में सिर्फ हंगामा ही  होता दिखाई दे रहा है। जिससे भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी बहुत दुखी और निराश है। और इस विषय पर काफी गुस्सा में है।
गुरूवार को अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उनका मन करता है कि वह इस्तीफा दे दें। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘‘अगर शुक्रवार को लोकसभा नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा किए बिना अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया तो यह संसद की हार होगी और हम सबकी बहुत बदनामी’’।
वैसे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पिछले करीब 10 दिन में कई बार इस बात को लेकर अपनी नाराजगी का इजहार कर चुके हैं। उन्होंने सात दिसम्बर को भी कहा था कि स्पीकर या संसदीय कार्यमंत्री सदन को नहीं चला पा रहे हैं। हालांकि अगले दिन उन्होंने इस मामले पर लोकसभा स्पीकर से मिलकर स्पष्टीकरण भी दी थी।