साइबर क्राइम से निपटना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती
टिहरी। पीटीसी सेंटर नरेंद्रनगर में एडीजी ने दिलाई महिला दरोगाओं को शपथ नरेन्द्रनगर। हमारे संवाददाता महिला पुलिस उपनिरीक्षकों की पासिंग आउट परेड पर नरेन्द्रनगर पहुंचे अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) राम सिंह मीणा ने कहा कि साइबर क्राइम से निपटना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। पुलिस को साइबर क्राइम का प्रशिक्षण लेने और देने की जरूरत है। परेड के बाद 29 महिला दरोगा उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बनीं।
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शुक्रवार को नरेन्द्रनगर स्थित पुलिस महाविद्यालय(पीटीसी) में आयोजित दीक्षांत समारोह में 29 महिला उपनिरीक्षक पास आउट होकर उत्तराखंड पुलिस में शामिल हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एडीजी (प्रशासन) राम सिंह मीणा ने कहा समय के साथ अपराधों के तौर-तरीके बदले है, और वर्तमान समय में साइबर क्राइम के अपराध सबसे अधिक समाने आ रहे है। पुलिस को साइबर क्राइम अपराधियों को पकड़ने के लिए साइबर क्राइम में दक्ष होने की जरुरत है।
महिलाओं को पुरुषों के बराबर समानता का अधिकार प्राप्त
पुलिस महानिदेशक ने महिला उपनिरीक्षकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाते हुए कहा कि आज महिलाओं को पुरुषों के बराबर समानता का अधिकार प्राप्त है। पुलिस को अपना कार्य ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठता से करना चाहिए, इससे समाज में उत्तराखंड पुलिस की स्वच्छ छवि बनी रहे। पुलिस जैसे महकमें में आगे बढ़ने के कई अवसर मिलते है ऐसे मौकों पर कभी पीछे नहीं रहना चाहिए, लेकिन इसके लिए स्वच्छ छवि जरूरी है।
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शुक्रवार को हुए पुलिस दीक्षांत परेड में 76 महिला उप निरीक्षकों ने अपना जोश दिखाया। जिसमें से 29 महिला उपनिरीक्षक पास आउट हो गए, जबकि 47 महिला उपनिरीक्षक पुलिस प्रशिक्षण के बाद आगामी मई माह में पास आउट होंगी। एडीजी ने महिला पुलिस अधिकारियों की परेड़ की सलामी ली। इस मौके पर पीटीसी प्रधानाचार्य एके अंशुमान, पूर्व प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह सैलाल, एसएसपी विमला गुंज्याल, सुखवीर सिंह, विजेंद्र डोभाल, सुशील रावत, मनीष जयसवाल, संजय चौहान, श्रीचंद सिंह नेगी, मोहन सिंह बंग्याल, पूनम प्रजापति, भागीरथी, अमन, दीपक, आरती बाल्मिकी आदि मौजूद थे।