जलीकट्टू पर तेज हुए प्रदर्शन

चेन्नई,। तमिलनाडु में सांडों को काबू करने के पारंपरिक खेल जलीकट्टू के आयोजन पर सर्वाेच्च न्यायालय के बैन के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन जारी हैं। चेन्नई के मरीना बीच पर प्रदर्शनकारी लगातार चौथे दिन भी डटे हुए हैं। इस बीच, राज्य के सीएम पन्नीरसेल्वम ने गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से न्यायालय के आदेश के खिलाफ अध्यादेश लाने की मांग की। हालांकि, पीएम ने इस मांग पर रजामंदी नहीं दी और दलील देते हुए कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। पीएम मोदी ने कहा कि यह मामला अभी सर्वाेच्च न्यायालय में विचाराधीन है लेकिन वह इस पर्व के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को समझते हैं।
वहीं दूसरी तरफ तमिलनाडु में सूखे की स्थिति से निबटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पन्नीसेल्वम को मदद का भरोसा दिया। उन्होंने इस मामले पर तमिलनाडु में सूखे की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक केंद्रीय टीम का गठन किया है। मोदी के इनकार के बाद से राज्य में युवाओं का गुस्सा  तेज हो गया है। जलीकट्टू को लेकर मरीना बीच पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों-युवाओं ने साफ कह दिया है कि जब तक जलीकट्टू पर से बैन नहीं हटाया जाता, वो कही भी नहीं हटेंगे। सूत्रों की माने तो सलेम में श्रेल रोकोश् अभियान चलाने की योजना है, इस दौरान कई शहरों में इसका समर्थन किया जा रहा है। वहीं, व्यापारियों ने शुक्रवार को बंद का आ“वान किया है। जिसके तहत शुक्रवार को सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक एक ही शो नहीं चलेगा। आॅटो रिक्शा युनियन भी कल (शुक्रवार) को सड़कों पर आॅटो नहीं उतारेगी। जबकि कई अन्य संगठनों ने स्कूलों से भी बन्द के समर्थन में ‘स्कूल क्लोज’ की अपील की है। इस तहर जलीकट्टू को लेकर राज्य में विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसे सम्भालने और सुलझाने में सीएम पन्नीरसेलवम को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ेगा।